हरिद्वार। मुख्य विकास अधिकारी विनीत तोमर की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट में जिला कौशल समिति की पहली बैठक आयोजित हुई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी को अधिकारियों ने जिला कौशल समिति के प्रमुख कार्यों एवं दायित्वों के बारे में बताया कि यह समिति जनपद में कहां पर कौशल की आवश्यकता है, उसको चिह्नित कर जिला कौशल विकास योजना तैयार करेगी, विभाग द्वारा क्रियान्वित की जाने वाली विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत संचालित प्रशि़क्षण केन्द्रों का नियमित निरीक्षण एवं उसकी सूचना उत्तराखण्ड कौशल विकास मिशन को प्रेषित करेगी, विभिन्न विभागों द्वारा संचालित कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों का अनुश्रवण कर सूचना संकलित करना ताकि जिले स्तर पर कौशल विकास की स्थिति स्पष्ट हो सके, जिले में स्थापित निजी उद्यमों/सार्वजनिक उपक्रमों में भारत सरकार द्वारा शिक्षुता हेतु निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु कार्य योजना तैयार करना तथा लक्ष्य के सापेक्ष प्राप्ति का निरन्तर अनुश्रवण करना एवं जिले में आजीविका संवर्द्धन हेतु कार्य योजना तैयार करना, प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करना। विनीत तोमर को अधिकारियों ने जानकारी दी कि जिले में पूर्व से दक्ष कामगार, जिन्होंने औपचारिक प्रशिक्षण प्राप्त नहीं किया हो, को चिह्नित कर उन्हें आर0पी0एल0 योजना के माध्यम से प्रमाणित कराने हेतु प्रस्ताव उत्तराखण्ड कौशल विकास मिशन को भेजना, जनपद में परम्परागत कला, संस्कृति के स्थानीय कलाकारों, शिल्पकारों की आवश्यकताओं का आंकलन कर उत्तराखण्ड कौशल विकास मिशन को प्रस्तुत करना तथा कौशल प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने हेतु जिले के युवाओं को प्रेरित करना एवं इस योजना का प्रचार-प्रसार कर इस प्र्रतियोगिता के आयोजन में सहयोग करना आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि अगली बैठक एक सप्ताह में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में पुनः आयोजित की जाये, जिसमें उद्योग/आई0टी0आई/पालीटेक्निक के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाये।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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