हरिद्वार। पुलिस क्षेत्राधिकारी बुग्गावाला पीसी मठपाल का बुधवार को सुबह अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद निधन हो गया। सीओ के निधन के बाद पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। हरिद्वार पुलिस ने रोशनाबाद स्थित पुलिस लाइन में राजकीय सम्मान के साथ सीओ स्व0पीसी मठपाल को हरिद्वार से अंतिम विदाई दी गई। जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को परिवार वाले पैतृक गांव द्वाराहाट के लिए रवाना हो गए। मूल रूप से गांव खोला द्वाराहाट रानीखेत अल्मोड़ा के रहने वाले पीसी मठपाल हरिद्वार भेल क्षेत्र में रहते थे, बुधवार सुबह अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। उल्टी होने पर परिजन उन्हें सिडकुल के एक निजी अस्पताल में ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सीओ के निधन की खबर फैलते ही पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। एसएसपी सेंथिल अबूदई कृष्णराज एस, एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय समेत आला अफसर अस्पताल पहुंच गए। सीओ के पार्थिव देह को जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया। पोस्टमार्टम के बाद अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर को रोशनाबाद पुलिस लाइन ले जाया गया, जहां पुलिस अधिकारियों व कर्मियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। स्व.पीसी मठपाल हरिद्वार नगर कोतवाली रानीपुर समेत तमाम कोतवाली के प्रभारी रहे हैं। पीसी मठपाल वर्ष 1990 में सब इंस्पेक्टर के तौर पर भर्ती हुए थे, वर्ष 2009 में वह इंस्पेक्टर के पद पर प्रोन्नत हुए थे। इसी वर्ष तीन महीने पहले मई माह में सीओ रैंक पर प्रोन्नत हुए थे और तब से वह सीओ बुग्गावाला की जिम्मेदारी संभाल रहे थे । स्व.पीसी मठपाल अपने पीछे पत्नी अनुराधा और दो बेटे हिमांशु और प्रशांत को छोड़ गए हैं। शाम को उनके पार्थिव शरीर को हरिद्वार से राजकीय सम्मान के बाद रवाना किया गया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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