हरिद्वार। जिलाधिकारी सी.रविशंकर के निर्देशों पर डेंगू के विरूद्ध अभियान के तहत मुख्य शिक्षा अधिकारी आनंद भारद्वाज ने एक वृहद कार्यक्रम चलाया। अभियान की शुरूआत राजकीय हाई स्कूल बेलडी में कीटनाशक छिड़ककर डेंगू का लारवा नष्ट कर की गयी। जनपद के अंतर्गत समस्त प्राथमिक, जूनियर हाई स्कूल, हाई स्कूल, इंटर कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, डिग्री कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज आदि में संबंधित स्कूल कॉलेज के प्रधानाध्यापक, प्रधानाचार्य, प्राचार्य गण एवं संपूर्ण स्टाफ व प्रबंधन के सहयोग से अभियान चलाया गया। 670 प्राइमरी स्कूल, 172 अपर प्राइमरी स्कूल, 68 हाईस्कूल, 35 इंटर कॉलेजो में डेंगू लार्वा नष्ट करने हेतु विशेष अभियान चलाया गया। सीबीएसई तथा आईसीएसई से संबंध 500 प्राइवेट स्कूलों से भी डेंगू लारवा नष्ट किए जाने संबंधी अभियान चलाया गया। इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य, हाईस्कूल के प्रधानाचार्य, प्रवक्ता एलटी, प्राइमरी के शिक्षक कुल मिलाकर 2000 शिक्षक और अधिकारियों ने भाग लिया। राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत जनपद में संचालित 32 इकाइयों द्वारा विभिन्न बस्तियों में घर घर जाकर डेंगू लारवा नष्ट करने का प्रचार प्रसार किया तथा लोगों को जागरूक किया। राष्ट्रीय सेवा योजना की प्रत्येक इकाई में 100 स्वयंसेवी होते हैं इस प्रकार लगभग 3000 एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा डेंगू लारवा नष्ट किए जाने हेतु विभिन्न बस्तियों में लोगों को जागरूक भी किया गया। जनपद के समस्त नगर निगम नगर पालिका नगर पंचायत के नगर आयुक्त और अधिशासी अधिकारी, समस्त खंड विकास अधिकारी, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत ने सक्रिय रूप से अपने संस्थानों में सक्रिय रूप से अभियान चलाया। बंद पडे र्कइं संस्थानो में डेंगू के लार्वा को नष्ट किया गया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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