हरिद्वार। अक्टूबर 2005 से जिन राजकीय कर्मचारियों की पेंशन बंद कर दी गई है उनके समर्थन में गुरुवार को राजकीय कर्मचारियों ने जिला अस्पताल और सीएमओ कार्यालय में काला फीता और काला मास्क लगा कर विरोध जताया। एक स्वर में कर्मचारियों ने राष्ट्रीय अंशदायी पेंशन स्कीम को खत्म कर पुरानी पेंशन स्कीम लागू किए जाने की मांग की। चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री दिनेश लखेड़ा और लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष महावीर चैहान ने कहा कि आज जो कर्मचारी, अधिकारी 60 वर्ष तक सेवा करने के बाद भी पेंशन नहीं ले पा रहा है उसकी जगह केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय अंशदायी पेंशन स्कीम लागू कर दी गई थी। इसके कारण कर्मचारियों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। कर्मचारी अपना रुपया बीस साल से पहले निकाल नहीं सकता। पेंशन नाम मात्र है। इसके चलते इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मिनिस्ट्रीयल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष धीरेंद्र सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय अंशदायी पेंशन स्कीम मार्केट बेस पर निर्भर है। यदि जिस समय कर्मचारी सेवानिवृत्त होता है यदि मार्केट नीचे होता है तो कर्मचारी को भारी आर्थिक नुकसान होगा। इसलिए इस योजना को बंद कर पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल किया जाना चाहिए। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ जिला मंत्री राकेश भंवर, जिला उपाध्यक्ष ममता दीपक धवन, अवनीश ने कहा कि कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाली के अलावा कुछ भी मंजूर नहीं है। इसलिए केंद्र सरकार से अनुरोध है कि कर्मचारियों की भावना और उनकी आर्थिक हानि को देखते हुए पुरानी पेंशन बहाल किया जाना न्यायोचित होगा। विरोध प्रदर्शन करने वालों में सीता शर्मा, राकेश अग्रवाल, प्रदीप मौर्य, कीर्ति शर्मा, विपिन रावत, रवींद्र चैहान, राकेश भंवर, दीपक धवन, अवनीश, पवन, संजय, ममता, राजेंद्र तेश्वर, कामेश, अशोक, शिवनारायण सिंह, जयनारायण, छत्रपाल, बाला, दीपक आदि उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment