हरिद्वार। हर की पैड़ी पर प्रवाहित गंगा को स्कैप बताने सम्बन्धी तत्कालीन राज्य सरकार द्वारा जारी अध्यादेश को रदद् करने को लेकर तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन बदस्तूर जारी है। इस मामले को लेकर हर की पैड़ी पर तीर्थ पुरोहितों का धरना 58वें दिन भी जारी रहा। मंगलवार को उपवास पर प्रदीप निगारे व सौरभ गौतम रहे। करीब दो महीेने से जारी आंदोलन को लेकर प्रशासन की ओर से बेरूखी ही देखने को मिल रहा है। नगर विधायक एवं प्रदेश के शहरी विकास मंत्री नगर से होने के बावजूद भी मंत्री द्वारा मामले को लेकर किसी प्रकार की दिलचस्पी नही दिखाई जा रही है। वही आदोलनरत तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि सरकार उनके आंदोलन की अनदेखी कर रही है। मां गंगा के सम्मान के लिए वे किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। धरना स्थल पर सौरभ सिखौला, सचिन कौशिक, उमाशंकर वशिष्ठ, सिद्धार्थ त्रिपाठी, अभिषेक वशिष्ठ, आकाश पंचैली, सुनील चाकलान, नितिन कौशिक, सुशील दत्त चाकलान, अभिषेक श्रीकुंज, हिमांशु वशिष्ठ, कन्हैया सिखौला, विमल पटुवर, पवन पचभैय्या, बादल वशिष्ठ, आदित्य वशिष्ठ, निखिल शर्मा अनमोल कौशिक आदि पुरोहित मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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