हरिद्वार। कनखल में रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम में स्वामी विवेकानंद डायलिसिस सेंटर के दो दिवसीय उद्घाटन समारोह का बुधवार को सुबह 7ः30 बजे पूजा अर्चना के साथ विधिवत रूप से शुभारंभ हुआ। रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम कनखल के सचिव स्वामी नित्यशुध्दानंद महाराज ने पूजा अर्चना की। वैदिक विधि विधान के साथ स्वामी रामकृष्ण परमहंस,मां शारदा और स्वामी विवेकानंद की पूजा की गई। इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक स्वामी दया दीप आनंद महाराज स्वामी मंजू नाथ महाराज स्वामी जगदीश महाराज समेत कई संत मौजूद थे। मिशन के सचिव स्वामी स्वामी नित्यशुद्धानंद महाराज ने कहा कि स्वामी रामकृष्ण परमहंस जी की स्मृति में स्थापित इस सेवाश्रम अस्पताल को 100 साल से अधिक हो गए हैं जो निरंतर जनता की सेवा में लगा हुआ है, इसकी स्थापना स्वामी विवेकानंद सन उन्नीस सौ एक में की थी। कार्यक्रम के संयोजक स्वामी दयाधिपानंद महाराज ने कहा कि पूजा अर्चना के साथ स्वामी विवेकानंद डायलिसिस केंद्र के दो दिवसीय उद्घाटन समारोह की शुरुआत हुई। उच्च स्तरीय अत्याधुनिक मशीनों द्वारा किडनी के मरीजों को डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। यूनिट में सुपर स्पेशलिस्ट और नेफ्रोलॉजिस्ट कंसलटेंट मौजूद रहेंगे। इससे यहां के रोगियों को बहुत सुविधा मिलेगी। उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानंद डायलिसिस केंद्र का उद्घाटन आगामी गुरुवार 19 नवंबर को मुख्य अतिथि हरिद्वार के जिलाधिकारी सी रविशंकर द्वारा किया जाएगा। उद्घाटन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में मैक्स हॉस्पिटल देहरादून के उपाध्यक्ष डॉ संदीप तलवार और नेफ्रोलॉजिस्ट डॉक्टर पुनीत अरोड़ा भी उपस्थित रहेंगे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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