हरिद्वार। जिलाधिकारी सी0 रविशंकर की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट स्थित वी0सी0 रूम में जिला गंगा संरक्षण समिति की एक बैठक आयोजित हुई।बैठक में जिलाधिकारी को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि हमारे सारे कार्य पूर्ण हैं। हम प्रतिमाह सीवरेज ट्रीटमेंट की माॅनिटरिंग कर रहे हैं। कोई भी उल्लंघन का मामला सामने नहीं आया है। इस पर जिलाधिकारी ने होटलों के सम्बन्ध में भी अधिकारियों से जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि प्रदूषण फैेलाने वाले होटलों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है, नियमों का उल्लंघन करने वालों को नोटिस दी जा रही है। जिलाधिकारी ने नगर निगम हरिद्वार के अधिकारियों से कहा कि आप कुछ ही लोगों पर कार्रवाई करते हैं। उन्होंने कहा कि पैठ-बाजार का ही मामला ले लीजिये, क्या जितने पैठ-बाजार लग रहे हैं, उन्हें नगर निगम से अनुमति प्राप्त है। जिलाधिकारी ने बैठक में गंगा घाटों को गोद लेने के सम्बन्ध में अधिकारियों से जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि गंगा घाटों की मार्किंग आज से शुरू कर दी है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि गंगा घाटों की मार्किंग समयबद्ध ढंग से यथाशीघ्र करें। उन्होंने कहा कि आगामी जनवरी तक कुछ घाटों को विकसित करने के लिये व्यक्तियोंध्संस्थानों को सौंप देंगे। बैठक में जिलाधिकारी से गंगा नदी में डाॅलफिन की संभावनाओं के सम्बन्ध में गुरूकुल कांगड़ी के प्रो0 डाॅ0 पी0सी0 जोशी ने चर्चा की। जिलाधिकारी ने कहा कि हम डालफिन के लिये वातावरण बनाने की कोशिश कर रहे हैं। डाॅ0 जोशी ने जिलाधिकारी को एक अन्य मछली महसिल के सम्बन्ध में बताया कि यह उत्तराखण्ड के ठण्डे वातावरण के लिये उचित है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को महसिल कंजर्वेशन प्लान को भी शामिल करने के निर्देश दिये।हरकी पौड़ी व अन्य क्षेत्रों में घरों से गन्दगी व गोबर गंगा में डालने के सम्बन्ध में ऐसे लोगों के खिलाफ 133 के तहत कार्रवाई किये जाने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने पूछा तो नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि नगर निगम की कार्रवाई की वजह से ज्वालापुर में लोग अब अपने घरों का गोबर नालों में नहीं डाल रहे हैं।जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि गंग नहर की बन्दी के दौरान गंगा नदी की जो सफाई की गयी, उसकी पूरी रिपोर्ट यथाशीघ्र प्रस्तुत करें। बैठक में जल निगम, जल संस्थान, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारीगण, सामाजिक कार्यकर्ता, मनोज निषाद, सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण एवं संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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