हरिद्वार। एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन हरिद्वार के तत्वावधान में गैस एजेंसियों के मालिकों की बैठक का आयोजन सिंहद्वार स्थित पुष्पक गैस एजेंसी कार्यालय में किया गया। बैठक में भूमिगत गैस लाइन बिछाने वाली कंपनी नैचुरल गैस प्रा.लि. की कार्यशैली पर सवाल उठाए गए। इस दौरान गैस एजेंसिंयों के भविष्य को लेकर भी चिंता व्यक्त की गई साथ ही शासन से एजेंसियों को बचाने की मांग उठाई गई। बैठक में हरिद्वार गैस एजेंसी से गायत्री प्रसाद, पुष्पक गैस एजेंसी से राजीव गुप्ता, सिद्धि विनायक से नवनीत राणा, दीपिका इंडेन से विपिन शर्मा, गायत्री इंडेन गैस से नंदकिशोर आदि ने संयुक्त रूप से आरोप लगाया कि जनपद हरिद्वार में भूमिगत गैस लाइन डालने वाली कंपनी हरिद्वार नैचुरल गैस प्रा. लि. के कर्मचारियों द्वारा प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से अफवाह उडाई जा रही है कि भूमिगत गैस लाइन से उपभोक्ता को गैस कनेक्शन लिया जाना अनिवार्य है तथा आगामी कुछ माह में हरिद्वार जनपद की सभी एलपीजी गैस बंद करा दी जाएगी। जिसके कारण ग्राहकों में असमन्जस्य की स्थिति बनी हुई है। बैठक में एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने बताया कि शासन अपनी स्थिति स्पष्ट करे जिससे एजेंसियों और ग्राहक भी संतुष्ट हो। भूमिगत गैस की ज्वलनशील क्षमता प्रति किलो नौ हजार कैलोरी मात्र है जबकि एलपीजी सिलेंडर गैस की क्षमता प्रति किलो बारह हजार कैलोरी है। उन्होंने एलपीजी की खपत को किफायती बताते हुए कहा कि भूमिगत कनेक्शन की सिक्योरिटी 6000 रूपये है जबकि एलपीजी कनेक्शन सिक्यूरिटी मात्र 1600 रूपये है। समस्त उपभोक्ता स्वेच्छा से निर्णय ले। किसी भी तरह की भ्रांतियों में नहीं आएं। शासन स्तर पर उपभोक्ताओं को समझााया जाए कि एलपीजी की गैस एजेंसियां जैसे पूर्व से कार्य करती आ रही है वैसे ही भविष्य में भी उपभोक्ताओं को अपनी सेवाएं देती रहेंगी तथा शासन स्तर पर इन्हें बंद करने की बात मात्र अफवाह है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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