हरिद्वार । जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने श्री हरिगिरी सन्यास आश्रम कनखल का भ्रमण करते हुए श्री श्री 1008 महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानन्द से शिष्टाचार भेंट की उनकी कुशलक्षेम पूछी एवं आशीर्वाद लिया। इससे पूर्व स्वामी श्री हरिगिरी सन्यास आश्रम पहुंचने पर जिलाधिकारी भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर श्री श्री 1008 महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानन्द एवं जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने पांच से 11 नवम्बर तक आयोजित- श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान महायज्ञ- का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किया। व्यास पीठ से आचार्य महेश बहुगुणा ने मंगलाचरण का वाचन किया। इस मौके पर श्री श्री 1008 महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानन्द ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण को रोकने आदि में अथक प्रयास करके जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने जो कार्य किये, वे सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि ’दो गज की दूरी-बहुत जरूरी’, सावधान रहिये। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से छुटकारा दिलाने के लिये श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर वहां उपस्थित महानुभावों एवं भक्तजनों को इस ज्ञान महायज्ञ आयोजित करने के लिये शुभकामनायें दीं। उन्होने कहा कि आज कोरोना से सारा विश्व पीड़ित है। विज्ञान की ओर से इस कोरोना से निजात दिलाने के लिये पहल तो हो ही रही है। इसके साथ ही अगर इस प्रकार के धार्मिक कार्य भी किये जाते हैं तो बहुत अच्छा होगा, इसको हमें प्रोत्साहित करना चाहिये। इस अवसर पर कथा व्यास आचार्य महेश बहुगुणा, आयोजन संयोजक योगेश पाण्डेय, डाॅ0 नवीन पन्त, डाॅ0 कमलापति शास्त्री पूर्व प्रचार्य, डाॅ0 विजय पाल सिंह प्रधानाचार्य विद्यामन्दिर,राजनभाई, भानु प्रकाश, भूपेन्द्र योगी, दीपक आदि उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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