हरिद्वार। एसएमजेएन कालेज में सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर शौर्य दीवार पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कालेज प्रबंधन समिति के सचिव श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज ने कहा कि यह दिन राष्ट्र के सजग प्रहरियों के अविस्मरणीय बलिदानों और सेवाओं को स्मरण करने और उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का अवसर है। अदम्य साहस, पराक्रम एवं देश की रक्षा हेतु प्राणों की आहुति देने वाले तथा विषम परिस्थितियों में आम नागरिकों के जीवन की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहने वाले वीर सैनिकों पर प्रत्येक भारतवासी को गर्व है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि आमोद चैधरी कमान्डेंट आफिसर ने सशस्त्र सेना झंडा दिवस के महत्व को बताते हुए कहा कि यह दिवस हमें सैन्य शहीदों एवं भारतीय सेनाओं में कार्यरत सैन्यकर्मियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का अवसर प्रदान करता है। इस अवसर पर कालेज प्रबंधन समिति के सचिव श्रीमहंत रविन्द्र पुरी ने इक्यावन हजार रुपए सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर सैनिक कल्याण कोष हेतु प्रदान किए। आमोद कुमार चैधरी ने कालेज प्रबंधन समिति के सचिव श्रीमहंत रविन्द्र पुरी एवं कालेज के प्रति सैन्यकर्मियों एवं पुनर्वास समिति की ओर से आभार व्यक्त किया। कालेज के प्राचार्य डा.सुनील कुमार बत्रा ने बताया कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों के कल्याण हेतु भारत की जनता से धन-संग्रह के प्रति समर्पित एक दिन है। इस अवसर पर कालेज के पूर्व छात्र मेहताब आलम ने भाव विभोर करने वाली अपनी प्रस्तुति कर चले हम फिदा जानों तन साथियों से मन मोह लिया। इस अवसर पर मुख्य अनुशासन अधिकारी डा.सरस्वती पाठक, छात्र कल्याण अधिष्ठाता डा.संजय माहेश्वरी, सुषमा नयाल, डा.नलिनी जैन, विनय थपलियाल, डा.मनमोहन गुप्ता, दिव्यांश शर्मा, अंकित अग्रवाल, वैभव बत्रा, डा.पंकज यादव, डा.पद्मावती तनेजा, नेहा गुप्ता, विनीत सक्सेना, डा.विनिता चैहान, रिंकल गोयल, डा.कुसुम नेगी, सुगंधा वर्मा, अश्वनी जगता, एमसी पांड,े नेहा सिद्दीकी, दीपिका आनन्द आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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