हरिद्वार। कुम्भ मेला के दृष्टिगत बुधवार को प्रशासन की ओर से अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया गया। इस दौरान उप जिलाधिकारी गोपाल सिंह चैहान के नेतृत्व में ऋषिकुल से लेकर रेलवे रोड समेत आसपास के क्षेत्रों से अतिक्रमण हटवाया गया। इसके साथ ही पुनः अतिक्रमण करने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गयी। कुम्भ मेला को देखते हुए बुधवार को उपजिलाधिकारी गोपाल सिंह चैहान ने ऋषिकुल तिराहा पर पहुंचकर उन्होंने यहां से अतिक्रमण हटवाने की कार्रवाई शुरू की। इस दौरान ऋषिकुल से देवपुरा चैक, रेलवे रोड, शिवमूर्ति चैक, लालतारो पुल, पोस्ट ऑफिस तक अभियान चलाया। रेलवे स्टेशन के पास रेहड़ी, खोखे रखकर किए गए अतिक्रमण को हटाया गया। जबकि ऋषिकुल व अन्य स्थानों पर दुकानों के बाहर रखे सामान को हटवाते हुए अतिक्रमण मुक्त कराया। अतिक्रमण हटवाने के दौरान हरकी पैड़ी चैकी इंचार्ज अरविंद रतूड़ी समेत पूरी पुलिस टीम मौजूद रही। जिन स्थानों से एसडीएम ने अतिक्रमण को हटवाया वहां से दोबारा दौरा करते हुए निकले। इसके साथ ही दोबारा अतिक्रमण करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। एसडीएम की कार्रवाई की जानकारी मिलते ही अधिकांश लोगों ने पहले ही अपना सामान समेटना शुरू कर दिया। स्टेशन के पास जैसे ही एसडीएम टीम के साथ पहुंचे तो रेहड़ी-खोखे आदि को खुद ही हटाते हुए लोग चलते बने। कुंभ के दृष्टिगत अतिक्रमण हटाने के लिए तीन जोन बनाए गए हैं। जिसमें कनखल, हरिद्वार शहर और ज्वालापुर क्षेत्र शामिल हैं। अलग-अलग इलाकों में क्रमवार अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है। उपजिलाधिकारी गोपाल सिंह चैहान के अनुसार कुंभ मेले के दृष्टिगत शहर से अतिक्रमण हटाया जा रहा है। कई स्थानों से अतिक्रमण हटवा दिया गया है। कुछ और स्थानों पर अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी। दोबारा अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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