किसान
हरिद्वार। किसान कांग्रेंस कमेटी के प्रदेश महासचिव उदयवीर सिंह चैहान ने प्रैस को जारी बयान मे कहा कि किसानों की मांगो को लेकर सरकार गंभीरता नही दिखा रही है। लाखों की संख्या में दिल्ली में आंदोलन कर रहे किसानों की मांगे पूरी करने के बजाए सरकार किसान आंदोलन को विफल करने का प्रयास कर रही है। किसानों की मांगे पूरी करने के बजाए भाजपा अपने नेताओं व कार्यकर्ताओं से कृषि कानूनों के पक्ष में रैली करवा रही है। भाजपा के नेता व केंद्रीय मंत्री प्रैसवार्ता कर कानूनों को सही ठहराने का प्रयास कर रहे हैं। जबकि सच्चाई यह है कि देश के सभी किसान सरकार का मंतव्य अच्छी तरह समझ रहे हैं कि मोदी सरकार पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के मकसद से किसानों पर कानून थोप रही है। सरकार को किसानों की मांग मानते हुए तीनों कृषि कानूनों को तत्काल वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं सरकार ने आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन कर स्टाॅक की सीमा समाप्त कर दी है। स्टाॅक लिमिट समाप्त होने का फायदा पंूजीपति उठाएंगे और और अनाज व दूसरी आवश्यक वस्तुओं का असीमित भण्डारण कर मनमाने दामों पर बेचेंगे। जिससे महंगाई बढ़ेगी और इसका असर आम उपभोक्ता पर पड़ेगा। उदयवीर सिंह चैहान ने कहा कि कृषि कानूनों को सही ठहराने के लिए भाजपा की और से हरिद्वार में आयोजित की गयी ट्रैक्टर रैली पूरी तरह विफल रही। जिले का आम किसान रैली में नहीं पहुंचा। केवल भाजपा कार्यकर्ता ही रैली में नजर आए। इससे सरकार को किसानों का मूड़ समझ लेना चाहिए और तत्काल तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए।
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