हरिद्वार। हर की पौड़ी के सौंदर्य करण के लिए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के सी एस आर फंड से दिए गए 35 करोड़ रु को हर की पौड़ी से अलग रोड़ी बेलवाला मैदान में कृत्रिम घास लगाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है, उक्त मामले में केंद्रीय मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक की नाराजगी के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया है आज जिलाधिकारी सी रविशंकर द्वारा हर की पौड़ी और रोड़ी बेलवाला मैदान में किए जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया, निरीक्षण के बाद जिला अधिकारी ने कहा कि डीपीआर के अनुसार ही कार्य किए जाने हैं लेकिन समय को देखते हुए कुछ संशोधन किए जा सकते हैं लेकिन संशोधन करने से पहले सक्षम विभाग से अनुमति ली जानी आवश्यक है जिसकी अभी हम इंक्वायरी कर रहे हैं उन्होंने कहा कि यह कोई अनियमितता नहीं है लेकिन हम क्षतिपूर्ति को लेकर विचार कर रहे हैं उन्होंने कहा कि इस मैदान का उपयोग मेले के दौरान क्राउड मैनेजमेंट के लिए किया जाता है ऐसे में किया गया इन्वेस्ट खराब ना हो इसको लेकर बैठक कर फैसला लिया जाएगा फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है हरिद्वार । जिलाधिकारी, हरिद्वार श्री सी0 रविशंकर ने आज हरकी पैड़ी सौन्दर्यीकरण कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान हरकीपैड़ी पर भूमिगत केबिल बिछाने की वजह से जगह-जगह चैम्बर खुले हुये थे, जिनमें जिलाधिकारी ने यथाशीघ्र बने हुये चम्बरों के ढक्कन लगाने के निर्देश दिये। पत्रकारों के एक प्रश्न के उत्तर में जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी कुम्भ व श्रद्धालुओं को दृष्टिगत रखते हुये कार्यदायी संस्था को कुछ संशोधन बताये हैं, जिन्हें कार्यदायी संस्था यथाशीघ्र ठीक करेगी। निरीक्षण के दौरान श्री प्रदीप झा, गंगा सभा के अध्यक्ष, श्री तन्मय वशिष्ठ, महामंत्री, श्री सिद्धार्थ चक्रपाणी, श्री उज्ज्वल पण्डित, श्री आशुतोष शर्मा, श्री ओम प्रकाश जमदग्निक, सांसद प्रतिनिधि, श्री सुरजीत सिंह पंवार, पुलिस अधीक्षक, कुम्भ सहित जन-प्रतिनिधिगण एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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