हरिद्वारं। हरिद्वार में बच्ची से दरिंदगी की घटना को लेकर प्रदेश व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने आक्रोश जताते हुए आरोपियों को फांसी देने की मांग की। व्यापारियों ने हरकी पैड़ी से सटे सुभाष घाट पर गंगा में पुष्प अर्पित कर बच्ची को श्रद्धांजलि दी। मंगलवार सुबह प्रदेश व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष शिव कुमार कश्यप और जिला उपाध्यक्ष राजू वधावन के साथ व्यापारियों ने सुभाष घाट पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। सभा के बाद गंगा में पुष्प अर्पित कर बच्ची की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। जिलाध्यक्ष ने कहा कि ऋषिकुल में मासूम के साथ दरिंदगी की हदें पार कर दरिंदों ने गला घोंटकर हत्या कर दी। इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। इससे सभी लोगों में भारी गुस्सा है। आरोपियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाना चाहिए। जिला उपाध्यक्ष ने कहा कि आरोपियों को कठोर से कठोर सजा दी जाए, ताकि दोबारा कोई भविष्य में ऐसी हरकत न कर पाए। संरक्षक सुरेश ठाकुर, मनोज सिंघल ने कहा कि बेटियों की सुरक्षा के लिए सरकार को कड़े कानून बनाने चाहिए। अपराधिक मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सरकार को इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों को फांसी देनी चाहिए। राकेश बजरंगी ने कहा कि बीच चैराहों पर आरोपियों को फांसी दी जाए। सुभाष घाट व्यापार मंडल के अध्यक्ष आदेश मारवाड़ी ने कहा कि अगर सरकार ने जल्द ही इस मामले में फरार आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया तो व्यापारी लामबंद होकर आवाज उठाएंगे। श्रद्धांजलि देने वालों में महानगर अध्यक्ष मयंक मूर्ति भट्ट, तेज प्रकाश साहू, पं. प्रवीण शर्मा, मास्टर सतीश शर्मा, सुमित शर्मा, गोकुल सिंह रावत, शिवमती गुप्ता, लोकेश चैधरी, प्रेमपाल, राजेंद्र शर्मा, पं. रामनिवास, सचिन कुमार, राहुल, अजब सिंह, संदीप, अभिषेक कश्यप, पंकज अरोड़ा, कैलाश, विकास, मनोज कुमार, शंकर, दिगंबर सिंह राणा, अनूप विक्कू साहू सुभाष चंद आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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