हरिद्वार। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी केआरएल के काम बंद करने के सप्ताह भर बाद नगर निगम प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सुमित्रा स्वयं सहायता समूह को डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का काम सौंप शहरियों को फौरी राहत तो दी, लेकिन डंपिग प्वाइंटों से समय से कूड़ा नहीं उठ रहा है। जगह-जगह के कूड़े के ढेर और इससे उठ रही दुर्गंध मुश्किलें बढ़ा रही है। ज्वालापुर क्षेत्र की स्थिति ज्यादा खराब है। स्थानीय निवासियों की शिकायत पर महापौर अनिता शर्मा और उनके पति अशोक शर्मा ने ज्वालापुर के कई क्षेत्रों के कई डंपिग प्वाइंटों से कूड़े का उठान और निस्तारण कराया। सात दिसंबर से केआरएल के काम बंद करने के बाद सफाई व्यवस्था चरमराई है। हालांकि सप्ताह भर बाद शासन के निर्देश पर नगर निगम प्रशासन ने सुमित्रा स्वयं सहायता समूह को डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की जिम्मेदारी सौंपी। इससे डोर टू डोर कूड़ा तो उठने लगा, लेकिन डंपिग प्वाइंटों से समय से कूड़ा नहीं उठ रहा है। पूरे दिन डंपिग प्वाइंटों पर कूड़े का अंबार लगा देखा जा सकता है। गंदगी और दुर्गंध से क्षेत्र की आबोहवा प्रदूषित होने के साथ संक्रामक बीमारियों के फैलने का अंदेशा भी बना है। इधर, ज्वालापुर क्षेत्र के पांडेवाला, फेराहेड़ियान, नीलखुदाना, पांवधोई, त्रिमूर्ति नगर, पीठ बाजार, कस्साबान, कटहरा बाजार, गुरुद्वार रोड, चैक बाजार क्षेत्रों में कूड़े के अंबार से क्षेत्रवासियों को होने वाली दिक्कतों को देखते हुए महापौर अनिता शर्मा और उनके पति और पूर्व सभासद अशोक शर्मा ने पूर्वाह्न ग्यारह बजे से शाम पांच बजे तक इन क्षेत्रों से कूड़े का उठान और निस्तारण कराया। इस दौरान पार्षद जफर अब्बासी, शाहबुद्दीन अंसारी, महापौर के प्रतिनिधि पराग मिश्रा, प्रवीण मिश्रा, सुनील कुमार, जनसंपर्क अधिकारी देवेश गौतम आदि मौजूद रहे।
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