हरिद्वार। मेलाधिकारी दीपक रावत ने पेशवाई मार्गो की व्यवस्था को दुरूस्त करने के सम्बन्ध में अधिनस्थों को निर्देश दिए। मंगलवार को सीसीआर में समीक्षा बैठक लेते हुए मेलाधिकारी दीपक रावत ने सम्बंधित अधिकारियों को पेशवाई मार्गो का निरीक्षण कर आवश्यक प्रबंध करने व अखाड़ों के साथ संवादहीनता को दूर करने निर्देश देते हुए कहा कि जनसुविधाओं के दृष्टिकोण से मिलने वाली सुविधाओं को लेकर अखाड़ा प्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित करें। उन्होंने कहा कि पानी, विधुत, सड़क, साफ सफाई से सम्बंधित अधिकारी अलग अलग व्यक्तिगत रूप से अखाड़ों से सम्पर्क करके उनकी समस्या को दूर करें। बैठक में, पेशवाई मार्ग के प्राम्भिक बिंदु और समापन स्थल पर सभी आवश्यक प्रबन्ध करने के निर्देश दिये गए। पेशवाई मार्ग निरीक्षण मेला से सम्बंधित अधिकारी और पुलिस अधिकारी दोनो संयुक्त रूप निरीक्षण करेंगे। पेशवाई मार्ग निरीक्षण रिपोर्ट पर अखाड़ों से सहमति ली जाए। यह भी कहा कि समस्त विभाग अपने नोडल अधिकारी की सूची अखाड़ों को उपलब्ध कराएं, जिससे सम्बंधित समस्याओं का तत्काल समाधान किया जा सके। मेला अधिकारी ने निर्देश हुए कहा कि पेशवाई मार्ग में विधुत तार, झाड़ियां, पेड़ आदि हटाएं पानी,टॉयलेट, विधुत का उचित प्रबन्ध किया जाए। साफ सफाई व्यस्था पर विशेष फोकस रखने के निर्देश भी दिए। 12 दिसम्बर को मेलाधिकारी पेशवाई मार्गो पर पेयजल लीकेज ठीक किए जाने संबंधपी कार्यो का स्वंय निरीक्षण करेंगे। बैठक में एसएसपी कुम्भ मेला जन्मेजय खण्डूरी, अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह, अपर मेलाधिकारी रामजी शरण शर्मा, नगर आयुक्त जय भारत, उप मेलाधिकारी दयानंद तथा पेयजल, विद्युत, सड़क, साफ सफाई से सम्बंधित अधिकारी मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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