हरिद्वार। मानवाधिकार दिवस की पूर्व संध्या पर ‘द हयुमन राईटस वेलफेयर एसोसिएशन‘ ने कोरोना काल में आमजन को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जिला अधिकारी सी.रविशंकर को हरिद्वार रत्न अवार्ड से सम्मानित किया। संस्था की ओर से जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को सात सूत्रीय ज्ञापन प्रेषित कर वरिष्ठ नागरिकों को सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा उनकी सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने की मांग की। ज्ञापन में सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों के अनुसार सीनियर सिटीजन की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने, अधिकतम पेंशन राशि उपलब्ध कराने, मास्क, सेनेटाईजर, पीपीई किट उपलब्ध कराने, घर के आसपास बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ सीनियर सिटीजन को घरेलू हिंसा से बचाने के लिए रिपोर्ट दर्ज कर तुरंत कार्रवाई, वृद्धाश्रम और चिकित्सा सेवा की उचित व्यवस्था, अकेले रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल तथा सभी आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराने संबंधी मांगे शामिल हैं। राष्ट्रीय महासचिव अनूप भारद्वाज ने कहा कि कोविड की रोकथाम को लेकर जिलाधिकारी सी.रविशंकर द्वारा राज्य एवं केंद्र के दिशा निर्देशों को लागू कराने में बेहतर उपाय किए। कोरोना संक्रमण को लेकर जनपद में जनचेतना अभियान भी चलाए गए। समय समय पर आम जनमानस में कोरोना के प्रति सचेत करने के कार्यक्रम चलाये जाने से कोरोना के प्रति लोगों में भी जागरूकता बढ़ी। राष्ट्रीय कन्वीनर पूनम गुप्ता ने कहा कि जनपद में कोरोना की रोकथाम को लेकर जिला अधिकारी के नेतृत्व में जनचेतना अभियान वृहद स्तर पर लागू कराए गए। जिला अधिकारी सी.रविशंकर ने विभागों से आपसी समन्वय स्थापित कर कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाया जाना प्रशसंनीय है। इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनोज विश्नोई, राष्ट्रीय मुख्य उपाध्यक्ष तेज प्रकाश साहू, मीडिया प्रभारी राजेंद्र जिंदल, प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष अशरफ चैधरी, दलवीर सिंह एग्जीक्यूटिव मेंबर आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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