हरिद्वार। वैश्य बंधु समाज मध्य हरिद्वार के अध्यक्ष डा.विशाल गर्ग ने अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह को देवपुरा में महाराजा अग्रसेन चैक का निरीक्षण कराते हुए भव्य बनाने की मांग उठाई। इस दौरान अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह ने आश्वासन दिया कि चैक का भव्य सौंदर्यकरण कराया जाएगा। इसके लिए शीघ्र ही प्रस्ताव तैयार कराया जाएगा। इस दौरान डा.विशाल गर्ग ने कुंभ कार्यों को लेकर भी चर्चा की। शुक्रवार को वैश्य बंधु समाज मध्य हरिद्वार के अध्यक्ष डा.विशाल गर्ग ने एचआरडीए कार्यालय पहुंचकर अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह से मुलाकात की। उन्होंने महाराज अग्रसैन चैक देवपुरा के क्षतिग्रस्त होने की बात उठाई। इस दौरान अपर मेला हरबीर सिंह ने चैक का निरीक्षण करते हुए चैक का सौंदर्यकरण कराने का आश्वासन दिया। डा.विशाल गर्ग ने कहा कि महाराजा अग्रसेन के सिद्धांतों का समाज पूरी तरह से पालन कर रहा है। उन्होंने बताया कि महाराजा अग्रसेन द्वारा दिए गए एक रुपया, एक ईट के सिद्धांत को आज भी समाज में पारस्परिक सहयोग का सरल और सर्वोत्कृष्ट सिद्धांत माना जाता है। डा.विशाल गर्ग ने बताया कि महाराजा अग्रसेन ने जीवन में कर्म को प्रधानता दी। उनका मानना था कि परिश्रम द्वारा सम्पन्न व्यक्ति ही अपने परिवार, समाज, देश एवं मानवता का भला कर सकता है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment