हरिद्वार। भूपतवाला क्षेत्र में पड़ने वाले हिल बाईपास की मरम्मत के लिए पार्षद अनिरूद्ध भाटी के नेतृत्व में व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों व क्षेत्रवासियों ने सीसीआर टावर जाकर कुम्भ मेला अधिकारी को हिल बाईपास की मरम्मत, पथ प्रकाश व्यवस्था के लिये ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर पार्षद अनिरूद्ध भाटी ने कुम्भ मेला अधिकारी से उक्त विषय में वार्ता करते हुए कहा कि कुम्भ मेला 2021 के दृष्टिगत आपके विशेष प्रयासों से हिल बाईपास मार्ग की मरम्मत का कार्य करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिल्वकेश्वर मार्ग से प्रारम्भ होकर नई बस्ती खड़खड़ी, हरिद्वार तक हिल बाईपास मार्ग का प्रयोग होता था। 2016 के अर्द्धकुम्भ मेले में नई बस्ती रामगढ़ से इसका विस्तार मोतीचूर रेलवे स्टेशन मार्ग तक किया गया था। सूखी नदी (बागरो) पर पुल निर्माण के चलते भूपतवाला, खड़खड़ी, नई बस्ती के अधिकांश लोग आवागमन के लिये उक्त मार्ग का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह मार्ग अनेक स्थानों पर क्षतिग्रस्त है, साथ ही पथ प्रकाश व्यवस्था बेहाल होने के चलते यहां अंधेरा पसरा रहता है। जंगल से सटे होने के कारण यहां जंगली जानवरों का खतरा सदैव बना रहता है तथा अंधेरा होने के कारण अराजक तत्व भी यहां डेरा जमाये रहते हैं। उक्त विषय में संज्ञान लेते हुए जनहित के इस मामले को कुम्भ मेला निधि से कराना उचित रहेगा। पार्षद प्रतिनिधि विदित शर्मा, मां गंगा भागीरथी व्यापार मण्डल के अध्यक्ष सूर्यकान्त शर्मा, शहर व्यापार मण्डल के महामंत्री अमित गुप्ता ने कहा कि मेला अवधि में यह मार्ग आवागमन का मुख्य मार्ग होता है, इस कारण प्रशासन इसे तुरंत सही कराये। इस अवसर पर मुख्य रूप से पार्षद विनित जौली, अनिल वशिष्ठ, सुनीता शर्मा, पार्षद प्रतिनिधि विदित शर्मा, मां गंगा भागीरथी व्यापार मण्डल के अध्यक्ष सूर्यकान्त शर्मा, शहर व्यापार मण्डल के महामंत्री अमित गुप्ता, संजय वर्मा, दिनेश शर्मा, भारत नन्दा, सोनू पंडित, रूपेश शर्मा आदि समेत क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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