हरिद्वार। भारत रक्षा मंच के प्रदेश प्रभारी महंत अमनदीप सिंह महाराज ने कहा कि अगले वर्ष होने वाले कुंभ के दौरान हिंदु समाज में संस्कृति, धर्म व संस्कारों का प्रचार करने के उद्देश्य से मंच की ओर से 13 मार्च से 14 अप्रैल तक हिंदुत्व जागरण शिविर का आयोजन किया जाएगा। कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल में आयोजित भारत रक्षा मंच की बैठक को संबोधित करते हुए महंत अमनदीप सिंह ने कहा कि महाकुंभ मेला सनातन संस्कृति का केंद्र बिन्दु है। महाकुंभ की धार्मिक विशेषताओं का प्रचार शिविर के माध्यम से किया जाएगा। युवा वर्ग पाश्चात्य संस्कृति की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में भारतीय संस्कृति को दर्शाने के लिए प्रचार प्रसार किया जाना नितांत जरूरी है। सनातन संस्कृति को देश दुनिया में अपना रही है। कुंभ मेले में हिंदु संस्कृति के ज्ञान को अधिक से अधिक प्रचारित प्रसारित करने में भारत रक्षा मंच निर्णायक भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि युवाओं को राष्ट्र प्रेम व देश भक्ति के प्रति भी अग्रसर करना चाहिए। राष्ट्रीय संगठन मंत्री सूयकांत केलकर ने कहा कि देश के प्रति समर्पित भावना से काम करना चाहिए। राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि तेजी से बढ़ रही जनसंख्या पर भी हमें ध्यान देने की आवश्यकता है। जय भगवान सैनी ने कहा कि हिंदुत्व को लेकर भारत रक्षा मंच देश भर में युवाओं को अपनी संस्कृति के प्रति जागरूक करने का अभियान चला रहा है। हिंदुओं को संगठित करने की आवश्यकता है। हमें संगठित होकर अलगाववादी ताकतों का सामना करना होगा। इस दौरान लोकेश शर्मा, अजय पंवार, प्रशांत कोतवाल, सुजीत पाठक, सुजैन आनंद, अजीत सिंह, दिव्या शुक्ला, वरूण, रघुनाथ आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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