हरिद्वार। जिलाधिकारी सी0 रविशंकर की अध्यक्षता में शनिवार को मेला नियंत्रण भवन(सीसीआर) में झबरेड़ा विधान सभा क्षेत्र में रोजगार मेला आयोजित किये जाने के सम्बन्ध में बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी को अधिकारियों ने बताया कि 250 से अधिक कम्पनियों से सम्पर्क स्थापित किया गया है। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि यह अच्छी शुरूआत है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों से पूछा कि आप 15 दिन के भीतर रोजगार मेला आयोजित करा सकते हैं, इस पर अधिकारियों ने बताया कि जो बच्चे स्थायी रूप से वहां निवास कर रहे हैं, उनके मोबाइल नम्बर तो हैं, वे लगभग पांच-छह हजार के करीब होंगे। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि इसके लिये सभी एरिया के बच्चों को सूचित करते हुये शामिल करिये। आप बल्क एसएमएस भी भेज सकते हैं। इस पर अधिकारियों ने विचार-विमर्श के लिये समय मांगते हुये यथाशीघ्र बताने की बात कही। जिलाधिकारी नेअधिकारियों को निर्देशित किया कि आप एक ऐसा सिस्टम विकसित करिये, जिसमें बेरोजगार लोगों का पूरा डाॅटा हो, उसको विभिन्न श्रेणियों में बांटते हुये उसी अनुसार उनको रोजगार मुहैया करायें। जो अकुशल हैं, उन्हें विभिन्न योजनाओं में प्रशिक्षण दिलाकर रोजगार उपलब्ध कराने में उनकी मदद करें तथा सेल्फ इंप्लाइमेंट के लिये भी प्रोत्साहित करें। जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि आप रोजगार देने वाले जितने भी विभाग या संस्थायें हैं, उनसे समन्वय स्थापित करते हुये रोजगार से जुड़ी हुई जितनी योजनायें हैं, उनकी एक बुकलेट तैयार कर लें, जिसमें किस रोजगार के लिये किस तरह की योग्यता की आवश्यकता है, उसका पूरा विवरण उसमें स्पष्ट होना चाहिये ताकि आवेदक अपनी योग्यता के अनुसार सही चुनाव कर सके। बैठक में जिला सेवायोजन अधिकारी उत्तम कुमार,क्षेत्रीय प्रबधंक सिडकुल जी0एस0 रावत,सुश्री पल्लवी गुप्ता, जीएमडीआईसी, सहायक श्रमायुक्त अरविन्द सैनी आदि उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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