हरिद्वार। केंद्रीय शिक्षा मंत्री और हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कृषि बिल को लेकर विभिन्न विपक्षी दलों को आड़े हाथ लिया है। उन्होने कहा है कि कांग्रेस और विपक्षी पार्टियां किसानों को गुमराह कर रही हैं। कांग्रेस के घोषणा पत्र में किसानों की स्थिति सुधारने और बिचैलियों से मुक्ति दिलाने की बात थी, लेकिन अब जब भाजपा सरकार किसानों के हित में एक के बाद एक फैसले ले रही है तो पार्ट में बौखलाहट क्यों है। केंद्रीय मंत्री डा.निशंक मंगलवार कोे जगजीतपुर स्थित भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। वार्ता के दौरान उन्होंने विपक्षी दलों को जमकर निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर है। निशंक ने कहा कि मोदी सरकार हमेशा ही किसानों की हितैषी रही है। प्रधानमंत्री मोदी का लक्ष्य है कि किसानों की आय दोगुनी हो। किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए ही सरकार कृषि कानून लागू किए है। लेकिन विपक्ष किसानों में इस बिल को लेकर भ्रम पैदा कर रहा है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार एमएसपी और मंडी व्यवस्था खत्म करने जा रही है जबकि बिल में कहीं भी ऐसा प्रावधान नहीं है। राजनीतिक लाभ के लिए कांग्रेस के नेता किसान बिल को बिना पढ़े ही लोगों में भ्रम पैदा कर रहे हैं। उनका कहना है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य बंद होने, मंडियों के बंद होने जैसे भ्रम फैलाने के लिए कांग्रेस को जनता और किसानों से माफी मांगनी चाहिए। निशंक ने कहा कि कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग किसानों के फायदे के लिए है, लेकिन यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि इससे किसानों की जमीन बंधक होगी। उन्होंने साफ किया कि किसान जब चाहे अनुबंध तोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक्ट के तहत निश्चित अवधि में भुगतान की भी व्यवस्था है। प्रैसवार्ता के दौरान विधायक प्रदीप बत्रा, देशराज कर्णवाल, सुरेश राठौर, आदेश चैहान, जिला अध्यक्ष डा.जयपाल सिंह चैहान, मनोज गौतम, भाजपा अनुसूचित मोर्चा के जिला अध्यक्ष तेलूराम प्रधान, मण्डल अध्यक्ष नागेंद्र राणा, लव शर्मा, विपिन शर्मा, पार्षद मनोज प्रालिया, संजय सिंह आदि भी मौजूद रहे।
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