हरिद्वार। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने मेला प्रशासन के अधिकारियों के साथ अखाड़े के पेशवाई मार्गों का निरीक्षण कर जल्द से जल्द मार्गों पर समस्याओं को दूर करने के लिए अधिकारियों को कहा। इस पर मेला प्रशासन के अफसरों ने संबंधित विभागों को जल्द से जल्द पेशवाई मार्ग को दुरुस्त करने के साथ ही सभी समस्याएं दूर करने के निर्देश दिए। अगले वर्ष होने वाले कुंभ मेले को लेकर पेशवाई की तैयारी को लेकर पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने मेला प्रशासन के अफसरों के साथ अखाड़े के पेश्वाई मार्ग का निरीक्षण किया। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने बताया कि पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी की पेशवाई एसएमजेएन कालेज से चंद्राचार्य चैक, शंकर आश्रम, सिंहद्वार होते हुए कनखल चैक, शंकराचार्य चैक, तुलसी चैक, शिव मूर्ति चैक से होते हुए वाल्मीकि चैक से होकर श्रवणनाथ नगर मार्ग से निरंजनी अखाड़ा पहुंचेगी। पेशवाई के दौरान सभी मार्गो पर व्यवस्थाएं दुरुस्त रहे इसको लेकर उन्होंने अधिकारियों को सभी तैयारियां पूरी करने के लिए कहा ताकि पेशवाई के दौरान कोई समस्या खड़ी न हो। उप मेलाधिकारी दयानन्द सरस्वती ने बताया कि श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज के साथ पेशवाई मार्गों का निरीक्षण किया गया है। इन स्थानों पर कहीं बिजली लाइन ज्यादा नीचे है तो कहीं पेड़ों की लोपिंग का कार्य होना है। जबकि कई स्थानों पर अतिक्रमण है। सभी कार्यों के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है। जल्द सभी समस्याएं दूर करते हुए व्यवस्था दुरुस्त कर ली जाएगी। निरीक्षण के दौरान श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज भी मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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