हरिद्वार। जिलाधिकारी हरिद्वार सी0 रविशंकर की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन(डीडब्ल्यूएसएम) की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी को अधिकारियों ने जिला जल एवं स्वच्छता मिशन के तहत ग्रामीण इलाकों के आंगनबाड़ी केन्द्रों व स्कूलों में शुद्ध व साफ पानी आपूर्ति के सम्बन्ध में हुई प्रगति की जानकारी दी। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने अधिकारियों से इन योजनाओं के लिये की जाने वाली निविदाओं के सम्बन्ध में पूछा, तो अधिकारियों ने बताया कि सभी निविदायें प्रकाशित हो चुकी हैं तथा शीघ्र ही कार्य प्रारम्भ हो जायेगा। जल निगम के अधिकारियों ने बताया कि कार्य प्रारम्भ करने के लिये आदेश जारी कर दिये गये हैं एक-दो दिन में कार्य प्रारम्भ हो जायेगा। जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन निजी स्कूलों व मदरसों को आप मान्यता देते हैं, अगर वहां शुद्ध व साफ पानी की व्यवस्था नहीं है, तो उन्हें अपने स्कूलों व मदरसों में शुद्ध व साफ पानी की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिये नोटिस दें। जिलाधिकारी ने अधिकारियों से जानकारी ली कि एक स्कूल में पानी की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करने में कितने दिन लगते हैं, इस पर अधिकारियों ने बताया कि दो या तीन दिन लगते हैं अगर जहां बोरिंग होनी है, वहां एक सप्ताह तक का समय लग जाता है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे जो भी कार्य करें, उसकी सारी प्रक्रियायें पूर्ण कर लें तथा उनकी रेण्डम जांच जरूर करें। समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विनीत तोमर, जल संस्थान, जल निगम, स्वास्थ्य, शिक्षा सहित जल एवं स्वच्छता मिशन से जुड़े अधिकारीगण उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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