हरिद्वार: कनखल में शराब कारोबारी के मैनेजर को गोली मारकर 22 लाख रुपये लूटने की घटना का कोटद्वार में पर्दाफाश हो गया। बदमाशों ने स्वीकार किया है कि उन्होंने सिडकुल में काम करने वाले अंकित पुंडीर के कहने पर लूट को अंजाम दिया था। हरिद्वार की पुलिस अब कोटद्वार से बदमाशों को बी वारंट पर लाने और फरार अंकित की तलाश में जुट गई है 1 कनखल में बीते सितंबर माह में शराब कारोबारी सागर जायसवाल के मैनेजर गयापाल को तीन बदमाशों ने गोली मारकर 22 लाख रुपये लूट लिए थे। पुलिस तभी से बदमाशों की तलाश में जुटी थी। इस बीच कोटद्वार के सिताबपुर तल्ला में कुछ बदमाशों ने एक डकैती को अंजाम दिया। बदमाशों की आखिरी लोकेशन भी हरिद्वार में उस जगह पाई गई, जहां कनखल में 22 लाख की लूट के बाद बदमाशों को आखिरी बार देखा गया था। इससे यह संभावना बलवती हो गई कि कनखल और कोटद्वार में हुई लूट व डकैती में एक ही गिरोह का हाथ है। तभी कनखल थाने के उपनिरीक्षक चंद्रमोहन सिंह के नेतृत्व में कांस्टेबल पंकज शर्मा, गोपी पुनिया व हेमंत की टीम बदमाशों की तलाश में पश्चिमी उत्तर प्रदेश रवाना हो गई। टीम ने कई दिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश में डेरा डाले रखा। वहीं, कोटद्वार पुलिस भी बदमाशों की तलाश में जुटी थी। आखिरकार बदमाश कोटद्वार की पुलिस व एसओजी की गिरफ्त में आ गए। इंस्पेक्टर कनखल शंकर सिंह बिष्ट ने कोटद्वार पहुंचकर बदमाशों से पूछताछ की। पूछताछ में सामने आया कि कनखल व कोटद्वार की घटना का मास्टरमाइंड अंकित हरिद्वार में सिडकुल की कंपनी में काम करता है। वह बहादराबाद क्षेत्र में किराए के मकान में रहता था। उसने ही कनखल में शराब कारोबारी के कर्मचारियों की रैकी कर 22 लाख की लूट का जाल बुना था। उसके साथ वारदात में दो साथी शामिल थे। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि कोटद्वार में गिरफ्तार हुए बदमाशों को बी वारंट पर हरिद्वार लाकर पूछताछ की जाएगी। फरार मास्टरमाइंड अंकित पुंडीर की तलाश जारी है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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