हरिद्वार,। विश्वगुरु शंकराचार्य दशनाम गोस्वामी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोरंजन गिरि के निर्देशानुसार उत्तराखण्ड प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद गिरि ने पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव व मंसा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महराज को विश्वगुरु शंकराचार्य दशनाम गोस्वामी समाज का प्रदेश संरक्षक, बंदु गिरि को महिला प्रदेश अध्यक्ष व धीरज गिरि को जिलाध्यक्ष नियुक्त किया है। इस अवसर पर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनायें देते हुए कहा कि दशनाम गोस्वामी समाज सनातन संस्कृति के संवाहक अखाड़ों के अभिन्न अंग हैं। समाज के नवनियुक्त संरक्षक श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि विश्वगुरु शंकराचार्य दशनाम गोस्वामी समाज राष्ट्र व प्रदेश स्तर पर गोस्वामी समाज को जोड़कर सनातन संस्कृति के संरक्षण व संवर्द्धन मे लगा हुआ और गोस्वामी समाज के बच्चे अखाड़ों की परम्परा को बढ़ाने का काम करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद गिरि व उपाध्याक्ष सत्यपाल गिरि ने कहा कि संतों के मार्गदर्शन मे गोस्वामी समाज राष्ट्र व प्रदेश स्तर पर सन्त परम्पराओं को समाज मे प्रसारित प्रचारित करेगा। महिला प्रदेश अध्यक्ष बिंदु गिरि ने कहा कि गोस्वामी समाज के संगठन को बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। नवनियुक्त जिलाध्यक्ष धीरज गिरि ने कहा कि तीर्थनगरी व जनपद में बड़े स्तर सदस्यता अभियान चलाकर समाज को एकजुट किया जाएगा। इस मौके पर प्रदेश महामंत्री विशाल गोस्वामी, प्रदेश उपाध्याक्ष सत्यपाल गिरि, मनोज गिरि, आनन्द गोस्वामी, प्रदेश सचिव शत्रुघ्न गिरि, प्रदेश कोषाध्यक्ष बादल गोस्वामी, महिला जिलाध्यक्ष संगीता गिरि ने नवनियुक्त पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र देकर सम्मानित किया। जबकि मौके पर दीपक गिरि, राहुल गिरि, सोनू गिरि, अमित गिरि, सोनू गोस्वामी, बबलू गिरि, आकाश गिरि, अमर गिरि राजेश गिरि, मनोज गिरि आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment