हरिद्वार। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे बूटा सिंह की अस्थियां सोमवार को विधिविधान के साथ गंगा में विसर्जित की गईं। कांग्रेसी और अन्य नेताओं ने पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। बीती दो जनवरी को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व गृहमंत्री बूटा सिंह का दिल्ली में निधन हो गया था। सोमवार को उनके पुत्र सरबजोत सिंह, पुत्र वधु देवयानी सिंह, पुत्री गुरुकीर्ति कौर अस्थियां लेकर हरिद्वार पहुंचे। वीआईपी घाट पर उनके तीर्थ पुरोहित पंडित अंकित शर्मा ने कर्मकांड संपन्न कराया। इसके बाद उनके पुत्र और पुत्री ने अस्थियों को गंगा में विसर्जित किया। श्रद्धांजलि देने वालों में कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष दिनेश कुमार, सुरेंद्र सैनी, राजेंद्र श्रमिक, मुन्ना मास्टर, सरदार गुरमीत सिंह, रमणीक सिंह, अजीत सिंह, तरुण व्यास, वीरेंद्र शर्मा, सुरेंद्र तेश्वर, आत्माराम बेनीवाल, वीरेंद्र श्रमिक, अशोक तेश्वर, संदीप, राजेश ठाकुर, राजेंद्र चुटेला, जितेंद्र तेश्वर आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment