हरिद्वार। विभिन्न सामाजिक संगठनों सभा द्वारा रोड धर्मशाला में शान्ति यज्ञ का आयोजन कर अनाचार व हत्या का शिकार हुई ऋषिकुल क्षेत्र की मासूम को श्रद्धासुमन अर्पित कर दो मिनट का मौन रखकर उसकी आत्मशांति के लिए प्रार्थना की। इस अवसर पर व्यापार मण्डल के अध्यक्ष सुरेश गुलाटी व संजीव चैधरी ने कहा कि मासूम पूरे शहर की बेटी थी। उसे इंसाफ दिलाने के लिए लड़ाई जारी रहेगी। जो भी दोषियों के पक्ष के खड़ा नजर आएगा उसका खुल कर विरोध किया जाएगा। अनिल भाष्कर ने कहा-हरिद्वार में इस तरह का वीभत्स मामला पहली बार सामने आया है। ऐसी घटना दोबार ना हो इसके लिए सभी को जागरूक व एकजुट रहना होगा। बच्चो को संस्कार दिए जाने चाहिए जिससे उन्हें सही गलत का अहसास हो सके। शोक सभा का संचालन कर रहे जाट महासभा पंचपुरी के अध्यक्ष चै.देवपाल सिंह राठी ने यज्ञ व शोक सभा मे आने के लिये सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मासूम को जब तक न्याय नही मिलता। तब तक सभी को जागरूक रहना होगा। बार एसोसिएशन ने भी आश्वासन दिया है कि सभी पीड़ित परिवार के साथ हैं। शोक सभा को रोड समाज के सचिव सुरेन्द्र रोड, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष डीएस मान, इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेश जैनर, समाजसेवी अधीर कौशिक, आर्य समाज सेक्टर 1 भेल के प्रधान महेन्द्र आहूजा, त्यागी समाज के संरक्षक गजेन्द्र त्यागी, पहाड़ी महासभा के पूर्व प्रवक्ता हिमांशु बहुगुणा, जाट महासभा पंचपुरी के महामंत्री धर्मेन्द्र चैधरी, बार एसोसिएशन के सदस्य सतीश चैधरी, वरुण बलियान, आर्य निर्मात्री सभा के प्रदेश अध्यक्ष वीपी सिंह, मानव अधिकार संरक्षण समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एसआर गुप्ता, जिला आर्य प्रतिनिधि सभा की ओर से चन्द्र प्रकाश ने भी विचार रखे। इस दौरान हरपाल सिंह, विपिन मलिक, निरंजन मलिक, नरेन्द्र सिंह, बीरपाल, जीतू राठी, अनिल आर्य, धीरज कुमार, रकम सिंह, राजबीर सिंह, देवेंद्र कुण्डू, योगेन्द्र सिंह, सुदेश चैधरी, जसवन्त सिंह, अनंगपाल बलियान, नरेशपाल बलियान, संजय मलिक आदि सहित बड़ी संख्या में विभिन्न संगठनों के लोग उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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