हरिद्वार। मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट की ओर से निराश्रित और जरूरतमंदों की मदद के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत कंबल वितरित किए गए। निरंजनी अखाड़ा स्थित चरण पादुका मंदिर में कंबल वितरण के दौरान गौरी फाऊण्डेशन की ओर से मनसा देवी मंदिर के कर्मचारियों को जैकेट प्रदान की गयी। मुख्य अतिथि के रूप में अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह ने मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष व श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी के साथ जरूरतमंदों को कंबल और मंदिर के कर्मचारियों को जैकेट वितरित की। ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट की ओर से प्रति वर्ष जरूरतमंदों को कंबल समेत अन्य आवश्यक सामग्री वितरित की जाती है। निराश्रित और जरूरतमंदों की सेवा करना ही सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है। सदैव परमार्थ के लिए जीवन समर्पित करने वाले संतों का कार्य ही जरूरतमंदों की सेवा करना है। संतों ने हमेशा समाज को नई दिशा देने का कार्य किया है। निराश्रितों की मदद का यह अभियान लगातार चलाया जाएगा। अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह ने कहा कि समाज सेवा के क्षेत्र में संतों ने हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारी सर्दी के मौसम में गरीब जरूरतमंदों को कंबल वितरण व दूसरी सहायता प्रदान कर मां मनसा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज प्रशंसनीय कार्य कर रहे हैं। गौरी फाउंडेशन के अध्यक्ष आकाश शर्मा ने कहा कि फाउंडेशन की ओर से लगातार जरूरतमंदों की मदद की जा रही है। इस वर्ष 6 हजार जैकेट वितरण कर लक्ष्य रखा गया है। इस अवसर पर ट्रस्टी अनिल शर्मा, लोकेश शर्मा, निशांत कीर्तिपाल, गुलशन टुटेजा, मनोज मंत्री, पंडित पंकज जोशी, मायापुर व्यापार मंडल के अध्यक्ष भोला शर्मा आदि उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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