हरिद्वार। प्रस्तावित कुम्भ मेले को चाइल्ड फेंडली बनाने के सम्बंध में राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के चेयरपर्सन प्रियांक कानूनगो ने जिलाधिकारी सी रविशंकर, एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज की मौजूदगी में कुम्भ मेला अधिष्ठान एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक की। बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने कुम्भ मेले को चाइल्ड फ्रेंडली बनाये जाने को लेकर जारी आयोग की गाइड लाइन और विभागों की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने बच्चों के विषय पर दिशा निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान चाइल्ड हेल्पलाइन नम्बर जगह-जगह प्रदर्शित किये जायें, शिकायत प्राप्त होने पर तत्काल कार्रवाई के लिए मोबाइल टीम गठित हों। विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए सांकेतिक और द्विभाषी विशेषज्ञ सहायता के लिए रखे जायें, दिव्यंाग बच्चों के लिए रैम्प व उचित उचाई वाले शौचालय बनाये जायें, निकासी गेटों पर विशेष निगरानी तकनीक और सुरक्षा गार्ड की सहायता ली जाये, रेलवे विभाग अपना चाइल्ड सेल संचालित करें, बस अड्डों पर भी चाइल्ड हेल्प डेस्क स्थापित की जायें, मेला परिसर में दुग्धपान करने वाले बच्चों के लिए तथा आहार कराने के लिए कक्षो की स्थापना की जाये, बच्चों के मिलने पर बायोमेट्रिक पहचान के लिए आधार डेस्क बनायी जायें, बच्चों के साथ किसी भी प्रकार के शोषण की घटनाओं के सम्बंध में निरंतर लाउड स्पीकर से प्रचार किया जाये व शौचालय परिसर पूर्ण प्रकाश व्यवस्था कर सुरक्षित किये जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन मेले में परिजनों के साथ आने वाले बच्चों की सुरक्षा एवं अनुकूल वातावरण बनाने के लिए मेला अधिष्ठान के साथ शीघ्र समन्वय बैठक व इस सम्बंध में एक समिति भी गठित करेंगे। कुम्भ मेले में बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष रणनीति तैयार कर चाइल्ड फेंडली कुम्भ आयोजन कराने का प्रयास होगा। बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन बीके मिश्र, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व केके मिश्र, सहित पुलिस व अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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