हरिद्वार। राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर जिला खेल कार्यालय द्वारा ओपन महिला एवं पुरूष वर्ग की रन फाॅर वोट का आयोजन किया गया। उक्त रन फाॅर वोट दौड़ प्रातः 8.30 बजे से भगत सिंह चैक से प्रारम्भ होकर केन्द्रीय विद्यालय, बी.एच.ई.एल. में सम्पन्न हुयी। उक्त दौड़ का शुभारम्भ श्री जगदीश लाल सिटी मजिस्ट्रेट हरिद्वार द्वारा खिलाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर किया गया। दौड़ के पुरूष वर्ग में 96 खिलाड़ियों ने एवं महिला वर्ग मंे 26 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया। दौड़ के विजेता खिलाड़ियों को जिला क्रीड़ा अधिकारी सुनील कुमार डोभाल तथा जिला एथलेक्टिस संघ सचिव भारत भूषण द्वारा संयुक्त रूप से पुरूस्कृत कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन उपक्रीड़ा अधिकारी वरूण बेलवाल द्वारा किया गया। इस दौड़ के निर्णायक अनुराग धमान्दा एथलेटिक्स प्रशिक्षक, अशोक वर्मा, संजय अरोड़ा, गौरव रस्तौगी, विरेन्द्र, श्रीमती कविता देवी थे। इस अवसर पर खण्ड शिक्षा अधिकारी अजय कुमार चैधरी, चैधरी बालेश सिंह जिला खेल समन्वयक, सनउवर सिंह मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, श्रीमती शिखा बिष्ट सहा0 प्रशिक्षिका हाॅकी, विक्रम सिंह आदि उपस्थित थे। दौड़ के सफल आयोजन में पुलिस प्रशासन द्वारा विशेष सहयोग दिया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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