हरिद्वार। प्रांतीय उद्योग व्यापार मण्डल के जिला अध्यक्ष डा.नीरज सिंघल व महामंत्री संजय त्रिवाल के नेतृत्व में व्यापारियों ने लोनिवि पर सड़क निर्माण घटिया सामग्री का प्रयोग करने का आरोप लगाते हुए अपर रोड़ पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान महामंत्री संजय त्रिवाल ने नगर कोतवाली के सामने नयी बनी सड़क की बजरी हाथों में उठाकर दिखाते हुए आरोप लगाया कि कुंभ मेले के लिए किए जा रहे स्थाई प्रकृति के कार्यो में जम कर घटिया निर्माण समाग्री का उपयोग किया जा रहा है। दूधाधारी चैक से जटवाड़ा पुल तक करोड़ों की लागत से बन रही सड़कें बनने के साथ ही उखड़ रही हैं। इतना ही नहीं निविदा में तय मानको का भी पालन नही किया जा रहा है। नगर कोतवाली के ठीक सामने बनायी गयी सड़क बनने के तुरंत बाद ही उखड़ने लगी है। नयी बनी सड़क के उखड़ने से फैली बजरी पर फिसलने की वजह से कई दोपहिया वाहन चालक चोटिल हो चुके हैं। साईट पर लोक निर्माण विभाग के किसी अधिकारी न होने के कारण ठेकेदार मनमर्जी कर रहे हैं। संजय त्रिवाल ने कहा कि भ्रष्टाचार के चलते जनता के धन की हानि को रही है। अधिकारियों की लापरवाही के चलते सरकार की भी बदनामी हो रही है। उन्होने कहा कि लोनिवि के एसडीओ से सड़क निर्माण में की जा रही धांधली की शिकायत की गयी है। कुंभ मेले के सभी निर्माण पारदर्शिता के साथ गुणवत्तायुक्त होने चाहिए। जिलाध्यक्ष डा.नीरज सिंघल ने कहा कि बार बार सड़कों को खोदा जा रहा है। जिससे भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। निर्माण कार्यो में जुटी संस्थाओं के बीच कोई सामंजस्य नहीं डा.नीरज सिंघल ने मांग की कि कम्पनी के ठेकेदार की जांच होनी चाहिए और उसे ब्लैक लिस्ट किया जाना चाहिए। प्रदर्शन करने वालों शिवा साहू, दीपक, संदीप, सिंधी,राहुल, लोची राम, आलोक, विशाल, नितिन,जाटव, विनय त्रिवाल, अशोक शर्मा, अजय, राम प्रसाद, पप्पू इंडियन आदि सहित कई व्यापारी शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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