हरिद्वार। मेला अधिकारी दीपक रावत ने मेला नियंत्रण भवन परिसर में मोबाइल एटीएम वैन का रिबन काटकर शुभारम किया। मेलाधिकारी ने कहा कि कुम्भ मेले में लाखों श्रद्धालुओं का आगमन होगा। श्रद्धालुओं को नकदी की आवश्यकता होने पर वे मोबाइल एटीएम वैन से नकदी की निकासी आसानी से ऐसे जगहों से भी कर सकेंगे, जहां बैंक या एटीएम स्थापित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मोबाइल एटीएम वैन को मेला क्षेत्र में अच्छी लोकेशन में रखने के साथ रात्रि में भी सुरक्षा की व्यवस्था करेंगे। उन्होंने कहा कि पूरे हरिद्वार शहर, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा आदि के लिये मोबाइल एटीएम वैन योजना संचालित करने की योजना बना रहे हैं। इस अवसर पर स्टेट बैंक के अधिकारियों ने मेलाधिकारी को यूनो एप की प्रक्रिया के सम्बन्ध में बताया कि यह एप काफी सुरक्षित है। आपको रूपये आहरण करने के लिये एटीएम कार्ड की आवश्यकता नहीं होती है, केवल आपके पास मोबाइल फोन होना चाहिये। पत्रकारों के कुम्भ के सम्बन्ध में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में मेलाधिकारी ने कहा कि किसी भी शहर के सौन्दर्यीकरण में कलर, लाइटिंग तथा प्लांण्टिग का विशेष महत्व है। ये सभी कार्य संयुक्त प्रयास से चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि चित्रकला के माध्यम से शहर के प्रमुख भवनों, घाटों, पुलों, दीवारों आदि को धार्मिक मान्यताओं के पौराणिक चित्रों, उत्तराखण्ड के आइकाॅन, संस्कृति के रंग बिखेरते चित्रों से सजाया जा रहा है। हमारा प्रयास होगा कि हरिद्वार शहर बहुत ही खूबसूरत दिखे। इससे पूर्व मेलाधिकारी का एसबीआई के अधिकारियों ने पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया। इस अवसर पर अपर मेला अधिकारी डा.ललित नारायण मिश्र, स्टेट बैंक आॅफ इण्डिया के एजीएम एनके शर्मा, रूबि मिश्रा, मुख्य प्रबन्धक प्रदीप सिंह, प्रबन्धक राहुल कुमार, संजय हाण्डा आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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