हरिद्वार। राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के कला शिक्षकों के संगठन कला शिक्षक मंच की और से ज्वालापुर इंटर कालेज में आयोजित कार्यक्रम के दौरान वार्षिक कला कैलेण्डर का विमोचन किया गया। मुख्य अतिथि अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा महावीर सिंह बिष्ट ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। राजकीय बालिका इंटर कालेज की छात्राओं ने स्वागत गीत एवं सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। महावीर सिंह बिष्ट ने कहा कि राजकीय महाविद्यालय के कला शिक्षकों का यह बेहतरीन प्रयास है। यह कलात्मक कैलेण्डर छात्र-छात्राओं के साथ समाज में कला शिक्षा के प्रति रूचि जागृत करेगा। इससे कला के प्रति रूचि रखने वाली युवा पीढ़ी को भी कला संबंधी जानकारी मिलेगी। कला शिक्षक मंच के संरक्षक ओमकार सैनी, संयोजक सुखदेव सैनी व सहसंयोजक विकास शर्मा ने बताया कि कला को प्रोत्साहित करने के लिए गठित संगठन कला शिक्षक मंच में शिक्षकों के साथ विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र छात्राएं भी सक्रिय योगदान कर रहे हैं। कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी विद्याशंकर चतुर्वेदी, खंड शिक्षा अधिकारी अजय चैधरी, श्रीकांत पुरोहित, राजकीय बालिका इंटर कालेज की प्रधानाचार्य पूनम राणा, ज्वालापुर इंटर कालेज के प्रधानाचार्य रामसिंह चैहान आदि मौजूद रहे। इस अवसर पर सतेंद्र कुमार, लाल सिंह, डा.शकुन सिंह, शिवकुमार, अंजली चैहान, डा.सुदिप्ता चैहान, किशोर पंवार, देव कुमार, पूजा चंदोला, अल्पना मेहता, ललिता प्रसाद उप्रेती, जगपाल सिंह, ललित मोहन जोशी, रविन्द्र रोड़, राजकुमार सैनी, अमानतउल्ला खान, प्रवीन जटराना, ललित उप्रेती, विनोद मिश्रा, विकास जवाड़ी, आराधना गुप्ता, पूनम रानी, वर्षा जैन, अन्नु, सुषमा, शिक्षा सैनी, ज्वालापुर कला एकता मंच के संरक्षक ओमकार सैनी जी संयोजक सुखदेव सैनी सह संयोजक विकास कुमार शर्मा आदि शिक्षक उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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