हरिद्वार। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने प्रमुख निर्माणदायी लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, जल संस्थान, गेल, अमृत योजना सहित सभी विभागों के कार्यो की प्रगति से सम्बंधित संयुक्त बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में ली। जिलाधिकारी ने विभागों के कार्य करने की अंतिम समय सीमा के बाद भी चल रहे कार्यो को पूरा न होने पर कड़ी नाराजगी जतायी। उन्होंने कहा कि कारणों को बताने मात्र से उत्तरदायित्व खत्म नहीं हो जाता। जहां लोगों द्वारा कार्य मे ंबाधा डाली जा रही है उन पर कार्रवाई करते हुए कार्य शीघ्र समाप्त किये जायें। कार्यो की गुणवत्ता और समय सीाम पर गम्भीरता से कार्य करें। विभागों में आपसी समन्वय के अभाव में निर्धारित अवधि में कार्य पूरे नहीं हो पा रहे हैं। सभी विभाग दैनिक आधार पर अपनी साइटों पर जाकर निरीक्षण करें साइटों पर केवल लेबर के भरोसे कार्य न छोड़े जायें अधिकारियों को दैनिक प्रगति की अपडेट देनी होगी। उन्होंने सभी विभागों से उनके कार्यो की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि जिन विभागोे के कार्य बैठक में पूर्ण बताये जा रहे हैं वह पूर्ण कार्यो की सूची क्षेत्रवार बनाकर प्रस्तुत करें। जो कार्य शेष रह गये है,ं उनको जनप्रतिनिधियों और एसडीएम के सहयोग से समन्वय बनाकर शीघ्र निपटायें। सभी विभाग स्वीकृत कार्यो को प्राथमिकता से पूर्ण करें। कार्यो में किसी प्रकार के परिवर्तन से अनिवार्य रूप् से अवगत करायें। सड़क निर्माण करने वाले विभाग अन्य विभागों से ऐसे कार्यो की सूची लेकर वहां कार्य शुरू करें जहंा उक्त विभागों ने कार्य पूर्ण कर दिये। सड़कों को बनाने में विभागों द्वारा दोहराव (डुप्लीकेसी) सामने नहीं आनी चाहिए। उक्त सभी विभाग ज्वांइट रिपोर्ट देंगे कि उनका कहां कार्य पेंडिंग है और कहां कार्य पूर्ण समाप्त कर दिये गये हैं। यदि किसी विभाग के द्वारा सड़कों को एक ही कार्य के लिए दोबारा खोदने की आवश्यकता पड़ती है तो उस विभाग द्वारा ही सड़क निर्माण का खर्च वहन किया जायेगा। बैठक में अधिशासी अभियंता जल संस्थान, पीडल्ब्ल्यूडी, आरडब्ल्यूडी, अमृत योजना, यूपीसीएल, आदि उपास्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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