हरिद्वार। वर्ष 2021 गायत्री तीर्थ शांतिकुंज का स्वर्ण जयंती वर्ष है। वर्षभर गायत्री परिवार द्वारा देश-विदेश में विविध कार्यक्रम आयोजित कराये जायेंगे। इन दिनों प्रशासन द्वारा निर्धारित कोविड नियमों का पालन करते हुए कार्यक्रम की योजना बनाई जा रही है। इस निमित्त दो दिवसीय टोलियों में जाने वाले प्रतिभागियों का बोध सत्र मंगलवार को संपन्न हुआ। जिसमें गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या एवं शैलदीदी, व्यवस्थापक महेंद्र शर्मा, देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या, शक्तिपीठ संगठन प्रकोष्ठ के समन्वयक केदार प्रसाद दुबे सहित कई विषय विशेषज्ञों ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तृत प्रकाश डाला। डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि गायत्री परिवार का कार्यक्रम व्यक्ति को अन्धविश्वास, मूढ़मान्यता, भाग्यवाद आदि से उठकर कर्मवादी बनने की प्रेरणा देता है। शैलदीदी ने कहा कि हरिद्वार महाकुंभ में भी अनेक भाई-बहिन गंगा दर्शन, स्नान के लिए पहुंच नहीं पायेंगे। ऐसे परिवारों, घरों तक भी गायत्री परिवार के कार्यकर्त्ता महाकुंभ व गायत्री तीर्थ का संदेश से लेकर जायेगा। व्यवस्थापक महेन्द्र शर्मा ने शांतिकुंज स्वर्ण जयंती वर्ष के कार्यक्रम की रूपरेखा एवं देवसंस्कृति विवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने आपके द्वार-पहुंचा हरिद्वार विषय पर जानकारी दी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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