हरिद्वार। कुंभ मेला 2021 को लेकर शासन ने भले ही अधिसूचना जारी नही किया हो,लेकिन मेला पुलिस 14 जनवरी को होने वाले मकर सक्रांति स्नान पर्व को लेकर कमर कस ली है।मकर संक्रान्ति के मौके पर होने वाले स्नान पर्व के लिए केन्द्रीय सुरक्षाबल के अलावा अतिरिक्त पुलिसबल को लगाया जा रहा है। कुंभ मेला पुलिस ने स्नान पर्व के दृष्टिगत पूरे मेला क्षेत्र को 7 जोन और 20 सेक्टरों में बांटकर जोनल व सैक्टर स्तर पर पुलिस अधिकारी की तैनाती कर दी है। प्रत्येक जोन में एक अपर पुलिस अधीक्षक को नियुक्त किया गया है और सेक्टर में पुलिस उपाधीक्षक को नियुक्त किया गया है। कुम्भ मेला पुलिस के अनुसार हर की पैड़ी, गौरीशंकर, भूपतवाला, हरिद्वार,कनखल,सदर क्षेत्र तथा जीआरपी को जोन बनाया गया है। इसके साथ ही स्नान के दौरान गंगा में पैर फिसलने के कारण होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए 5 संवेदनशील स्थानों पर जल पुलिस की भी तैनाती की गई है। सुरक्षा के लिहाज से बम निरोधक दस्ता, घुड़सवार पुलिस, अग्निशमन सेवा, खोया पाया केंद्र, संचार व्यवस्था, और सीसीटीवी कैमरा की भी व्यवस्था की गई है। वर्तमान समय मे आतंकवादी घटनाओं के दृष्टिगत बम निरोधक दस्ते की 05 टीमों की ड्यूटी मेला क्षेत्र में लगाई गई है। घुड़सवार पुलिस की 02 शिफ्टों में 2-2 घोड़ों सहित 04 स्थानों पर तैनाती रहेगी। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में सतर्क दृष्टि बनाये रखने के लिये वर्तमान में मैपिंग किये गए 1150 निजी, संस्थागत कैमरों के साथ-साथ 96 पुलिस कैमरों का प्रयोग भी किया ।स्नान पर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिए 1550 पुलिसकर्मी एवं 5 कंपनी अर्धसैनिक बल के अलावा उत्तराखंड पीएससी की 8 कंपनी और एसडीआरएफ की 2 टीमें लगाई गई है। मकर संक्रांति का स्नान पर्व मेला पुलिस के सुपर विजन में संपन्न होगा और अभी तक कुंभ मेले को लेकर पुलिस द्वारा की गई तैयारियों की समीक्षा की जा सकेगी। ताकि कुम्भ के दौरान आने वाले स्नान मेले को लेकर पुलिस अपनी तैयारी सुनिश्चित करेगी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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