हरिद्वार। जिलाधिकारी सी रविश्कर ने कलेक्ट्रेट सभागार रोशनाबाद में पंजाब नैशनल बैक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान जिला स्तरीय सलाहकार समिति के कार्यकमों की समीक्षा की। इस कार्यक्रम के अंतर्गत ग्रामीण बेरोजगार युवक युवतियों को स्वरोजगार प्रारम्भ करने हेतु निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इस दिशा में आर सेटी की प्रगति एंव कार्य प्रणाली में सुधार के लिए वर्ष 2020-21 की सितम्बर तिमाही की प्रगति की समीक्षा में निदेशक ने आर सेटी द्वारा वर्ष 2020-21 के लिए निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम, वर्ष 2020-21 के वार्षिक कैलेण्डर पर चर्चा, स्वरोजगार के लिए बैंकों केा प्र्रेषित ऋण आवेदन पत्रों की स्वीकृति के सम्बन्ध में, बी.पी.एल,एस.ई.सी.सी,स्वंय सहायता समूह के प्रतिभागियों के वर्ष 2020-21 खर्चे की प्रतिपूर्ति, आर सेटी के भवन निर्माण विषय की जानकारी जिलाधिकारी को दी। जिलाधिकारी ने बैठक में निदेशक आरसेटी राजन भारद्वाज, लीड बैंक अधिकारी संजय संत आदि को निर्देश दिये कि आर सेटी से जुड़ी प्रस्तावित बैठकें निर्धारित अवधि में अवश्य की जायें। उन्होंने कहा कि मात्र प्रशिक्षण देने तक संस्था का दायित्व समाप्त नही होगा सभी प्रशिक्षितों को रोजगार देकर आत्मनिर्भर बनाना लक्ष्य होना चाहिए। प्रशिक्षण प्राप्त सभी लोगों के आजीविकारत होने तक फाॅलो-अप किया जाये। आरसेटी से प्रशिक्षत युवाओ को मुख्यमंत्री रोजगार योजना में स्वरोजगार उपलब्ध कराने में सहायता की जाये। पिछले बैठकों में दिये जा चुके दिशा-निर्देशों का भी समय पर अनुपालन सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने प्रशिक्षण भवन निर्माण की स्थिति पर भी जानकारी ली। उन्होने शीघ्र भवन निर्माण और संचालन व्यवस्था से अवगत कराने के निर्देश भी निदेशक को दिये। बैठक में उद्योग महाप्रंबंधक श्रीमती पल्लवी गुप्ता, एमजीएनएफ अतुल गुप्ता, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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