हरिद्वार। जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने कलेक्ट्रेट सभागार रोशनाबाद में आगामी कुम्भ मेला के दौरान कोविड संक्रमण की रोकथाम के संबंध में स्वास्थ्य विभाग हरिद्वार, निजी चिकित्सालयों, निजी चिकित्सकों, मिलिट्री अस्पताल रूड़की, प्राइवेट लैब संचालकों के साथ बैठक की। बैठक में कुम्भ के दौरान कोविड संक्रमण के दृष्टिगत प्राइवेट अस्पतालों द्वारा बेड कैपीसिटी को रिजर्व रखने, एम्बुलेंस उपलब्ध कराने आदि पर विस्तार से चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने कहा कि टेस्टिंग को बढ़ाने के लिए जिला स्तर पर प्राइवेट लैब को इमपैनल किया जाएगा, ताकि प्राइवेट लैब भी टस्टिंग कर सकेंगे। उन्होंने कुम्भ मेले के दौरान सभी स्पेशलिस्ट डाक्टर्स से ड्यूटी के लिए आह्वान किया तथा आॅन काॅल रहने को कहा। कुम्भ के दौरान निजी अस्पताल अपना स्टाॅल लगाकर वालंटियर के रूप में भी अपनी सेवाएं दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि आगामी कुम्भ मेला हम सभी के लिए चुनौती के साथ साथ अवसर भी है, अपनी कार्यक्षमता दिखाने का। प्राइवेट एवं सरकारी संस्थान मिलकर कार्य करेंगे। हम सभी की जिम्मेदारी है, पूरे विश्वास के साथ एकजुट होकर, उपलब्ध सभी संसाधनों का प्रयोग करंेगें। उन्होंने मेडिकल काॅलेज में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को आगामी कुम्भ मेले के दौरान स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर कार्य करने पर भी चर्चा की, इससे उन्हें अच्छा अनुभव भी प्राप्त हो सकेगा, साथ ही जिला प्रशासन द्वारा प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाएगा। मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 एस0के0 झा ने कहा कि कुम्भ मेले के दौरान कोविड कंट्रोल करना स्वास्थ्य विभाग के लिए एक चुनौती है, हम सब आपसी समन्वय से एवं जिम्मेदारी से एकजुट होकर कार्य करंेगे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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