हरिद्वार। पिछले पांच माह से वेतन न मिलने से नाराज उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन से जुड़े डेढ़ सौ से अधिक चालक-परिचालकों का छठे दिन भी कार्यबहिष्कार जारी रहा। आक्रोशित कर्मियों ने रोडवेज प्रबंधन और शासन के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। मांगें पूरी न होने पर आगे की रणनीति तय कर चक्काजाम करने की चेतावनी दी। कार्य बहिष्कार के चलते रोडवेज बसों के संचालन पर आंशिक असर पड़ा। दिल्ली रूट की बसें ज्यादा प्रभावित रही। पांच माह से वेतन न मिलने और बर्खास्त कर्मचारियों की पुनर्बहाली की मांग को लेकर उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन से जुड़े चालक और परिचालक सामूहिक अवकाश लेकर कार्यबहिष्कार पर हैं। बुधवार को रोडवेज कार्यशाला में यूनियन से जुड़े कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन कर प्रबंधन पर जल्द भुगतान का दबाव बनाया। शाखा अध्यक्ष रामपाल शर्मा ने कहा कि रोडवेजकर्मियों को पिछले पांच महीने से वेतन नहीं मिला है। इससे कर्मचारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई दफा मामला अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया, लेकिन अब तक नतीजा सिफर रहा है। कर्मचारियों ने प्रबंधन पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। शाखा मंत्री मिथुन अरोड़ा ने कहा कि कर्मचारियों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बीते छह दिनों से कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर हैं। यूनियन के मंडल अध्यक्ष प्रवीण सैनी ने बताया कि मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से देहरादून मंडल के चालक-परिचालक कार्य बहिष्कार पर हैं, लेकिन प्रबंधन इसे लेकर गंभीर नहीं हैं। लिहाजा बुधवार से कुमाऊं मंडल के चालक-परिचालक भी कार्य बहिष्कार पर चले गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रांतीय पदाधिकारियों के साथ रोडवेज अफसरों की बैठक चल रही है। इसके बाद आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। इस दौरान सतेंद्र सिंह, सिमोन शर्मा, जय कुमार, गौरव कुमार, जयवीर सिंह, भागमल सिंह, प्रवेश कुमार, सुनील सैन, अरविद राणा, गोपाल, विनोद त्यागी, रोहित सैनी, इकराम, पंकज सैनी, चेतन वर्मा, विनय कुमार, देवराज, अंकित राठी आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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