हरिद्वार। केंद्रीय शिक्षा मंत्री सह हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने रविवार को सीतापुर पहुचकर रेल से कटने वाले पीड़ित परिवारों से बातचीत कर उन्हें सांत्वना दी। ज्ञात रहे कि चार दिन पूर्व हरिद्वार लक्सर रेलमार्ग के दोहरीकरण के बाद ट्रेन के ट्रायल के दौरान जमालपुर रेलवे फाटक से कुछ दुरी पर सीतापुर में ट्रेन की चपेट में आने से चार युवकों की मौत हो गई थी। रविवार को पीड़ितों के घर पहुचे केन्द्रीय मंत्री डॉ निशंक ने घटना पर दुख प्रकट करते हुए मामले में निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। उन्होने कहा कि घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के साथ ही रेल मंत्रालय भी जांच कर रहा है। आश्वासन दिया कि जांच रिपोर्ट के बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी। डाॅ0 निशंक ने चारों युवकों के परिवारजनों से हादसे की पूरी जानकारी ली। परिजनों ने बताया कि महीनों पहले रेलवे ट्रैक बिछा दिया गया था। ग्रामीण सुबह शाम ट्रैक पर टहलने को निकलते थे। रेलवे ने बगैर किसी सूचना के ट्रायल के नाम पर ट्रैक पर रेल 120 किलोमीटर की गति से दौड़ा दी। हादसे की जानकारी लेने के बाद डाॅ0 निशंक ने कहा कि जैसे ही उन्हें इसकी जानकारी मिली उसी दौरान उन्होंने दिल्ली रेलवे मंत्रालय फोन करके जांच को कहा था। केंद्रीय मंत्री ने घटनास्थल का भी निरीक्षण कर ग्रामीणों से सारी जानकारी ली। इस दौरान ग्रामीणों ने केंद्रीय मंत्री निशंक से मांग करते हुए कहा कि रेल ट्रैक के दोनों ओर सुरक्षा दीवार बनाई जाए। साथ ही घंटों के जाम से निजात पाने के लिए अंडरपास बनाने की मांग की। निशंक ने कहा कि इस मामले में वे दिल्ली जाकर रेल मंत्री से बातचीत कर इसका समाधान कराएंगे। डाॅ0निशंक के साथ विधायक आदेश चैहान, भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ जयपाल चैहान, सांसद प्रतिनिधि ओउम प्रकाश जमदग्नि, राज्यमंत्री संजय सहगल, भाजपा नेता पंकज सहगल और आशु चैधरी आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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