हरिद्वार। कुम्भ मेला 2021 के दौरान श्रद्वालुओं को बेहतर संचार सुविधा उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में टेलीकाॅम सेवाओं से जुड़े अधिकारियों की बैठक हुई। सीसीआर में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उप मेलाधिकारी अंशुल सिंह ने टेलीकाॅम सेवाओं से जुड़े हुये अधिकारियों से कुम्भ मेला-2021 के दृष्टिगत तीर्थ यात्रियों व प्रमुख स्नान पर्वों को देखते हुये टेलीकाॅम से सम्बन्धित कितनी अवस्थापना सुविधाओं की आवश्यकता होगी, कहां-कहां आप टावर स्थापित करेंगे, कुम्भ पर्व के समय संचार सुविधायें निर्बाध रूप से कार्य कर सकें, के लिये, विद्युत की निर्बाध आपूर्ति की आपकी क्या व्यवस्था होगी आदि के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा की। टेलीकाॅम सेवाओं से जुड़े हुये अधिकारियों ने बताया कि हमारा उद्देश्य सभी को निर्बाध रूप से संचार सुविधायें उपलब्ध कराना है। हम अपनी वर्तमान क्षमता को बढ़ा रहे हैं। अधिकारियों ने खोदाई करके अण्डर ग्राउण्ड केबिल डालने की बात कहीं तो उप मेलाधिकारी ने कहा कि कुम्भ निकट होने की वजह से हम आपको खोदाई की इजाजत नहीं दे सकते। इसके अतिरिक्त वायर को आप कैसे ले जाते हैं, इस पर भी हमें कुम्भ के मद्देनजर विचार करना पड़ेगा, जिसका मिल-बैठकर समाधान निकालना होगा। अंशुल सिंह ने टेलीकाॅम सेवाओं से जुड़े हुये अधिकारियों से कहा कि आपके कुल कितने टावर लगे हैं, कितने सीज हैं, कितने एक्टिव हैं, इन सबकी एक लिस्ट तैयार करके हमें उपलब्ध करायें ताकि इस सम्बन्ध में जो भी परेशानी आ रही है, उसका निराकरण हो सके। उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में आपके अधिकारी व कर्मचारी जो भी संचार सुविधा उपलब्ध कराने से जुडे होंगे, उन्हें पास आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि हमारा व आपका उद्देश्य कुम्भ के दौरान अच्छी से अच्छी टेलीकाॅम सुविधायें उपलब्ध कराना है। उन्होंने टेलीकाॅम सेवाओं से जुड़े हुये अधिकारियों से कहा कि आपको अधिक से अधिक 20 दिन के भीतर सभी प्रक्रियायें पूर्ण कर लेनी हैं। इस दौरान सुयश चतुर्वेदी, टेलीकाॅम एक्सपर्ट, ए0टी0सी0, एयरटेल, बोडोफोन इण्डेस टावर प्राइवेट लि0, रिलाइन्स जीओ, बी0एस0एन0एल0 सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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