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बदलते वैश्विक परिदृश्य के मददे्नजर बच्चों को आधुनिक तकनीकी ज्ञान का प्रशिक्षण भी दिया जाना चाहिये-श्रीमती बेबी रानी मौर्य

 महामहिम ने किया सरस्वती विधामन्दिर के नये भवन का लोकापर्ण

हरिद्वार। राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने कहा है कि बच्चों में अच्छी शिक्षा के माध्यम से देश-प्रेम तथा मानवता की सेवा की भावना को सुदृढ़ करना आवश्यक है। इसके साथ ही तेजी से बदलते वैश्विक परिदृश्य के अनुसार बच्चों को आधुनिक तकनीकी ज्ञान तथा कौशल विकास का प्रशिक्षण भी दिया जाना चाहिये। हमारी नई शिक्षा नीति भी बाल्यकाल से ही बच्चों को किसी न किसी व्यवसायिक कौशल में निपुण बनाने पर बल देती है।   महामहिम राज्यपाल मंगलवार को वात्सल्य वाटिका बहादराबाद में भागीरथी सरस्वती विद्या मंदिर के नवीन भवन का लोकार्पण करने के बाद उपस्थित समूह को संबोधित कर रहे थे। मौके पर राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने जरूरतमंद बच्चों के लिए कार्य करने वाली संस्था वात्सल्य वाटिका को एक लाख रूपये प्रदान किये। उन्होने अनुरोध किया कि समाज के सक्षम लोगों को जरूरतमंद तथा बेसहारा बच्चों की सहायता के लिए आगे आना चाहिए। गौरतलब है कि राज्यपाल श्रीमती मौर्य समय-समय पर देहरादून के बाल गृह में रह रहे बच्चों को राजभवन में आमंत्रित करती हैं तथा उनके साथ समय व्यतीत करती हैं। स्वामी विवेकानंद जयंती तथा मकर संक्रान्ति की बधाई देते हुये राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने समाज को मानव सेवा तथा समरसता का संदेश दिया था। उन्होंने देश की प्रगति के लिये चरित्रवान, अनुशासित तथा राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत युवाओं का आह्वान किया था। वह उपासना के साथ ही कर्म, संघर्ष तथा परिश्रम को भी सत्य को प्राप्त करने का साधन मानते थे। उनके अनुसार कर्म ही सच्ची उपासना है। आज के युवाओं को उनके विचारों को अवश्य पढ़ना चाहिये। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि वात्सल्य वाटिका के माध्यम से निर्धन, जरूरतमंद, संसाधन विहीन बच्चों के लिये आवास तथा गुरूकुल परम्परा से अच्छी शिक्षा की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्राचीन भारतीय संस्कृति में गुरूकुल परम्परा से शिक्षा का अत्यन्त महत्व था। गुरूकुल परम्परा विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर, संस्कारवान, राष्ट्रप्रेमी तथा आदर्श नागरिक बनाने पर बल देती है। बच्चों में अच्छी शिक्षा के माध्यम से देश-प्रेम तथा मानवता की सेवा की भावना को सुदृढ़ करना आवश्यक है। इसके साथ ही तेजी से बदलते वैश्विक परिदृश्य के अनुसार बच्चों को आधुनिक तकनीकी ज्ञान तथा कौशल विकास का प्रशिक्षण भी दिया जाना चाहिये। हमारी नई शिक्षा नीति भी बाल्यकाल से ही बच्चों को किसी न किसी व्यवसायिक कौशल में निपुण बनाने पर बल देती है। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि वात्सल्य वाटिका जैसी संस्थाएं सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। युवाओं को बढ़-चढ़कर समाज सेवा के कार्यों में आगे आना चाहिए। श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा की अयोध्या में श्री राम मंदिर का निर्माण भारतीय जनमानस की आकांक्षाओं तथा भावनाओं में आस्था का प्रतीक है। प्रभु श्रीराम सम्पूर्ण भारतीय उपमहाद्वीप के आदर्श नायक तथा सामाजिक-सांस्कृतिक समरसता का संदेश देने वाले जन-नायक हैं। उन्होंने अनुरोध किया कि सभी लोगों को यथासंभव राम मंदिर के निर्माण में अपना स्वैच्छिक योगदान करना चाहिए। स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि समाज के संपन्न लोगों को कमजोर लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने प्रदीप मिश्रा की पुस्तक ‘‘आपका स्वास्थ्य’’ का विमोचन भी किया। इसके साथ ही राज्यपाल ने वात्सल्य वाटिका संस्था में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बालकों को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर विधायक आदेश चैहान, वात्सल्य वाटिका ट्रस्ट के अध्यक्ष जे0सी0 जैन, ट्रस्टी ओम प्रकाश गुप्ता, रमेश भाई ठक्कर, रामलाल, भाजपा जिलाध्यक्ष जयपाल सिंह चैहान, एसएसपी सैंथिल अबुदई कृष्णराज एस,मुख्य विकास अधिकारी विनीत तोमर सहित तथा अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

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