हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार में भगवान परशुराम के नाम पर परशुराम घाट एवं परशुराम चैराहे का निर्माण कराने के साथ प्रतिमा लगाने की मांग को लेकर परशुराम भक्तों ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया। समाजसेवी पंडित संगम शर्मा के नेतृत्व में परशुराम भक्तों ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर हरिद्वार क्षेत्र में भगवान परशुराम के नाम पर परशुराम घाट एवं चैराहा बनाने एवं भगवान परशुराम की प्रतिमा स्थापित करने की मांग की। इस मौके पर पंडित संगम शर्मा ने कहा कि कुंभ क्षेत्र में नए घाटों का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ शहर में चैराहों का भी सौंदर्यीकरण भी कराया जा रहा है। जानकारी के अनुसार हरिद्वार में 12 चैराहों पर निर्माण कार्य चल रहा है। ऐसे में हरिद्वार में रहने वाले लोगों ने हर की पौड़ी सहित अन्य किसी भी क्षेत्र में एक घाट और एक चैराहे का नाम भगवान परशुराम के नाम पर रखा जाए और उनकी प्रतिमा भी स्थापित की जाए। इस मौके पर सुमित भाटी, अजय भट्ट, मनोज जाटव, राहुल चैहान, विकास चैहान, बंसीलाल, अमित, ऋषि पाल सहित कई लोग मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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