हरिद्वार। महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी एवं साथियों ने डिवाइडरों पर लगी स्ट्रीट लाइटों को न बदले, गली मोहल्लों की टूटी सड़को का निर्माण न होने पर नाराजगी जताते हुए लापरवाही बरत रहे विभागो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है। सुनील सेठी ने कहा कि कुंभ मेला सिर पर है। लेकिन अधूरे कार्य अभी तक पूरे नही हुए हैं। भूमिगत विद्युत व गैस लाईन, सड़क निर्माण कार्य अब तक पूरे नही हो पाए हैं। पथ प्रकाश व्यवस्था पूरी तरह ठप्प है। लापरवाही बरत रहे विभागों के खिलाफ कार्रवाही की जानी चाहिए। जो कार्य हुए है उनकी गुणवत्ता की जांच होनी चाहिए। सुखी नदी पर निर्माणाधीन पुल की गुणवत्ता में भारी अनियमितता बरती गई है। उसकी गुणवत्ता की भी जाँच होनी चाहिए। कुंभ से पूर्व सभी कार्य पूरे हो जाने चाहिए थे। अधूरे कार्य जनता की परेशानी को बढ़ रहे हैं। बनी बनायी गयी सड़कांे को भूमिगत गैस लाइन बिछाने के लिए खोदा जा रहा है। कार्यो की माॅनीटरिंग भी नहीं की जा रही है। स्ट्रीट लाइटें अभी तक बदली नही गई न ही सड़को की मरम्मत के कार्य पूर्ण हुए है। विभागीय तालमेल की कमी की वजह से बनी बनायी सड़कों को पुनः उखाड़कर जनता को परेशान किया जा रहा है। लाॅकडाउन में काफी समय मिलने के बाद भी कार्य अब तक पूरे नही किए गए। जिसको लेकर जनता में रोष है। सेठी ने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि सभी लापरवाह विभागों पर कड़ी कार्यवाही की जाए एवं गुणवत्ता जांच को कमेटी गठित की जाए। विरोध जताने वालो में मुख्य रूप से खड़खडेश्वर व्यापार मंडल अध्यक्ष राजेश सुखीजा, विनोद गिरी, धर्मपाल प्रजापति, सोनू सुखीजा, सुनील कुमार, राजेश शर्मा, अमित कुमार, अरुण शर्मा, विशाल मलिक, मनीष धीमान, प्रीतम सिंह, शिप्पी भसीन, भूदेव शर्मा, राजू कुमार, दीपक मेहता, गणेश कुमार, रवि कुमार, एसएन तिवारी उपस्तिथ रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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