हरिद्वार,। एडवोकेट कुणाल गिरी को वार्ड अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के सदस्य रहे स्वर्गीय श्रवण गिरि के बड़े पुत्र कुणाल गिरी उत्तरी हरिद्वार के वार्ड पांच के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालेंगे। प्रदेश महासचिव डा.संजय पालीवाल ने बताया कि एडवोकेट कुणाल गिरि की कांग्रेस के प्रति समर्पण भाव व निष्ठा को देखते हुए उन्हें वार्ड पांच गंगाधर महादेव नगर का अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। आशा है कि वे कांग्रेस की रीति नीति को जन जन तक पहुंचाने का काम करेंगे। ब्लाॅक अध्यक्ष रवि कश्यप ने कहा कि सौम्य सरल व मृदुभाषी एडवाकेट कुणाल गिरी ने कोरोना के चलते किए गए लॉकडाउन के दौरान समाज सेवा में बढ़चढ़ कर योगदान दिया। वार्ड अध्यक्ष मनोनित किए जाने पर नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हुए कुणाल गिरि ने बताया कि कांग्रेस ने उनके परिवार को बहुत सम्मान दिया है। पार्टी ने जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी है। उसका पूरी ईमानदारी और निष्ठा से निर्वहन करतेक हुए कांग्रेस की नीतियों को जन जन तक पहुंचाने के साथ वार्ड में कांग्रेस को मजबूत किया जाएगा। पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी, कांग्रेस प्रदेश सचिव पूनम भगत, पूर्व चेयरमैन प्रदीप चैधरी, मेयर प्रतिनिधि अशोक शर्मा, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष संजय अग्रवाल, व्यापार मण्डल के वरिष्ठ नेता शिवकुमार कश्यप, राजीव पाराशर, कांग्रेस नेता मधुकांत गिरि, पार्षद कैलाश भटट, महावीर वशिष्ठ, गिरि कल्याण समिति के अध्यक्ष राजेश गोस्वामी, शत्रुघ्न गिरि, प्रदीप गोस्वामी, महंत श्यामपुरी, महानगर कांग्रेस महासचिव बादल गोस्वामी, सत्यपाल गिरि गोस्वामी, राजेन्द्र चोटेला, रविदत्त पप्पी, पूर्व राज्यमंत्री मुकेश कोरी, कांग्रेस वार्ड प्रभारी प्रकाश भटट, युवा नेता आकाश भाटी, सन्नी मल्होत्रा, नीलम शर्मा, गार्गी राय आदि ने वार्ड अध्यक्ष बनाए जाने पर कुणाल गिरी को शुभकामनायें व बधाई दी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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