हरिद्वार। पंजाबी महासभा के तत्वावधान में ज्वालापुर स्थित दुर्गा घाट मंदिर पर धूमधाम से लोहड़ी मनायी गयी। मुख्य अतिथि अपर मेला अधिकारी हरवीर सिंह व डीपीएस के प्रिंसीपल अनुपम जग्गा व महंत अरूणदास महाराज के सानिध्य में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सभी को लोहड़ी जलाई गई और मूंगफली, रेवड़ी, गजक आदि का प्रसाद वितरित किया गया। इस दौरान महासभा की ओर से अपर मेला अधिकारी हरवीर सिंह को चारधाम का चित्र व स्मृति चिन्ह भेंटकर कर सम्मानित किया गया। अपर मेला अधिकारी हरवीर सिंह ने सभी को लोहड़ी की बधाई देते हुए कहा कि लोहड़ी पर्व आपसी समन्वय, प्रेम व भाईचारे को बढ़ाने वाला पर्व है। पंजाबी महासभा के पदाधिकारियों ने कोरोना गाईड लाइन का पालन करते हुए लोहड़ी महोत्सव का आयोजन किया। सभी को पर्व की खुशीयां मनाते समय कोरोना से बचाव के उपायों का भी ध्यान रखना चाहिए। सभी के सहयोग से ही कोरोना को परास्त किया जा सकता है। प्रदेश महामंत्री सुनील अरोड़ा, जिला चेयरमैन राज ओबराॅय व जिला अध्यक्ष प्रमोद पांधी ने सभी को लोहड़ी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पंजाबी समाज हमेशा ही हर्षोल्लास व उत्साह के साथ लोहड़ी महोत्सव का आयोजन करता रहा है। लेकिन इस वर्ष कोरोना के चलते सूक्ष्म रूप से कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। भारतीय संस्कृति व परंपरांओं का ज्ञान युवा वर्ग को होना चाहिए। सुनील अरोड़ा ने बताया कि जल्द ही पंजाबी महासभा दुर्गाघाट मंदिर के समीप श्यामनगर कालोनी में पंजाबी व गुरूमुखी की कक्षाएं शुरू करने जा रही है। जिससे पंजाबी समाज के बच्चे अपनी भाषा व संस्कृति से नजदीकी से जुड़ सकें। इस अवसर पर जिला महामंत्री राम अरोड़ा, युवा जिला अध्यक्ष अक्षय मल्होत्रा, जिला महामंत्री युवा कुंज भसीन, अक्षय कुमार जिला प्रभारी युवा, महिला जिलाध्यक्ष कामिनी सड़ाना, महामंत्री मीनाक्षी, सुरेश कोचर, माता लीलाधर, भूषण शर्मा, संजय शर्मा, ओम प्रकाश पाहवा, अभिषेक सेठी, युवा वरिष्ठ उपाध्यक्ष चेतन, चंदन कोचर, नरेश शर्मा, नरेंद्र बांगा, केतन सहगल, मोनिक धवन, गगन पाहवा, कंचन, सोनिया, मोनिका, दीपिका आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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