हरिद्वार। एस.एम.जे.एन काॅलेज में ‘सेना दिवस’ के अवसर पर काॅलेज परिसर में निर्मित शौर्य दीवार पर वीर सैनिकों को नमन किया गया। सेना दिवस की बधाई देते हुए काॅलेज के प्राचार्य डा.सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि यह दिन देश के प्रति समर्पण और कुर्बानी देने की प्रेरणा का पवित्र अवसर माना जाता है। उन्होंने कहा कि ‘सेना दिवस’ देश की एकता व अखण्डता के प्रति संकल्प लेने का दिन है। हम उन समस्त वीर जवानों को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हैं और उनका आभार व्यक्त करते हैं, जिनकी कर्तव्य के प्रति वीरता और सर्वोच्च बलिदान हमें नये सिरे से दृढ़ता के साथ स्वयं को समर्पित करने के लिए प्रेरित करता है। प्राचार्य डा.बत्रा ने कहा कि विश्वभर में भारतीय सेना के अदम्य साहस के लिए उत्तराखण्ड का नाम गौरव से लिया जाता है। इन वीर सैनिकों के प्रति काॅलेज, में नवनिर्मित शौर्य दीवार एक सच्ची श्रृद्धाजंलि है। वर्तमान पीढ़ी में इस शौर्य दीवार के माध्यम से राष्ट्रीयता व देशभक्ति के भाव उत्पन्न होंगे। इस अवसर पर मोहन चन्द्र पाण्डेय, वेद प्रकाश चैहान, उज्ज्वल बत्रा, आदर्श कश्यप, आलोक कुमार, होशियार सिंह चैहान, श्रीमती हेमवंती, संजीत कुमार, राजकुमार एवं उपस्थित छात्र छात्राओं ने वीर सैनिकों को नमन किया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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