हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मचारी यूनियन की आम सभा की बैठक दिनेश कुमार की अध्यक्षता में हुई। बुधवार को हुई बैठक में अध्यक्ष पद के लिए बिजेंद्र सिंह और महामंत्री पद के लिए पूर्व की भांति दीपक वर्मा के नाम पर सहमति जताई गई। बैठक में नवनिर्वाचित अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह ने कहा कि संगठन को मजबूत किया जाएगा। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लेने के बाद कर्मचारी हितों के लिए लड़ाई लड़ी जाएगी। महामंत्री दीपक वर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय का विकास शिक्षक और कर्मचारियों के समन्वय से होता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का प्रशासन जब कोई कार्य करता है उसका आंकलन यूनियन करती है। यूनियन एक ऐसा माध्यम है जो कि कर्मचारियों के हितों के लिए समय-समय पर लड़ाई लड़ती है। यूनियन के प्रत्येक पदाधिकारी और सदस्य को स्वच्छ भाव से यह कार्य करना चाहिए। बैठक में पूर्व अध्यक्ष दिनेश कुमार ने दोनों नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शुभकामना देते हुए कहा कि यह दोनों पदाधिकारी विश्वविद्यालय के विकास के लिए अथक प्रयास करेंगे। विश्वविद्यालय में जो अनियमितताएं फैली हुई हैं उन्हें दूर करने के लिए संगठन की समय-समय पर बैठकें आयोजित की जायेगी। धर्मेन्द्र वालियान व रमेश चन्द्र ने कहा कि यह चुनाव एक सकारात्मक प्रक्रिया के द्वारा सर्वसम्मति से सम्पन्न हुआ है जो कर्मचारियों की संगठन के प्रति एकजुटता को दर्शाता है। बैठक का संचालन महामंत्री दीपक वर्मा ने किया। बैठक में चरणजीत सिंह, डा. गौरवदीप भिण्डर, गुरप्रीत, जितेन्द्र नेगी, राजकुमार, डा. विक्रम सिंह, प्रकाश तिवारी, मोहन सिंह, सुधाकर, कृष्ण कुमार, मदन मोहन, विरेन्द्र पटवाल, सत्यदेव, अरूण, राजीव शर्मा, ललित सिंह नेगी, कमल सिंह, सचिन कौशिक, उमाशंकर, हेमन्त सिंह नेगी, कैलाश भट्ट, नीरज कुमार आदि उपस्थित रहे।
हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।
Comments
Post a Comment