हरिद्वार। जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने मेला नियंत्रण भवन(सी0सी0आर0) में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन(डीडब्ल्यूएसएम) की समीक्षा बैठक की। बैठक में जिलाधिकारी को अधिकारियों ने जिला जल एवं स्वच्छता मिशन के तहत ग्रामीण इलाकों के आंगनबाड़ी केन्द्रों व स्कूलों में शुद्ध व साफ पानी आपूर्ति के सम्बन्ध में हुई प्रगति की जानकारी दी। जिलाधिकारी को अधिकारियों ने इन योजनाओं की प्रगति के बारे में बताया कि 446 स्कूलों में काम पूरा करा दिया गया है, 215 स्कूलों का कार्य प्रगति पर है तथा छह स्कूलों का काम आज शुरू हो गया है। इस पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि 661 स्कूलों में कार्य पूरा होने की रिपोर्ट प्रमाण पत्र सहित एक सप्ताह में उपलब्ध करायें। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि पानी आ रहा है या नहीं, इसकी भी आप रेण्डम जांच करें तथा स्थानीय स्तर पर भी पुष्टि करायें। आंगनबाड़ी केन्द्रों की प्रगति पूछने पर आंगनबाड़ी की अधिकारी द्वारा पूर्व में दिये गये विवरण तथा वर्तमान में प्रस्तुत विवरण में अन्तर होने, कितने आंगनबाड़ी केन्द्र अपने भवन में चल रहे हैं तथा कितने किराये पर चल रहे हैं, पूछने पर स्पष्ट उत्तर न देने की वजह से जिलाधिकारी ने नाराजगी प्रकट की तथा अधिकारी के खिलाफ कारण बताओ नोटिस एवं अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन प्रधानमंत्री की फ्लैगशिप योजना है, इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जहां स्कूल परिसर में आंगनबाड़ी नहीं हैं, उसे ट्रेस करना होगा। हमें एक सप्ताह में यह पूरा करना है। बैठक में जिलाधिकारी ने जल संस्थान, जल निगम, अमृत योजना के अधिकारियों से इस कार्य में अब तक हुई प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कार्य करने में खानापूर्ति नहीं होनी चाहिये तथा उन्होंने कहा कि जहां पर अगर कमी नजर आ रही है, तो उसमें सुधार आना चाहिये। बैठक में जिलाधिकारी ने जल निगम तथा जल संस्थान की एक-एक डी0पी0आर0 को स्वीकृति प्रदान की। समीक्षा बैठक में जल संस्थान, जल निगम, शिक्षा, आंगनबाड़ी, अमृत योजना, सहित जल एवं स्वच्छता मिशन से जुड़े अधिकारीगण उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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